लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर (cabinet minister anil rajbhar) ने महान दल के मुखिया केशव देव मौर्य (Keshav Dev Maurya) के विवादित बयान को समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव की साजिश बताया है.
कहा कि अखिलेश यादव की शह पर ही केशव देव मौर्य राजभर समाज का अपमान कर रहे हैं. केशव देव राजभर समाज के नेताओं को राजनीतिक जोकर और सर्कस का शेर बता रहे हैं. अब अगर अखिलेश यादव महान दल के नेता को अपने गठबंधन से बाहर नहीं करते तो राजभर समाज को यकीन हो जाएगा कि अखिलेश यादव के इशारे पर ही केशव देव मौर्य राजभर समाज का अपमान कर रहे हैं. इसलिए अखिलेश यादव केशव देव मौर्य को अपने गठबंधन से बाहर करें.
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महान दल के मुखिया केशव देव मौर्य पहले भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं. बसपा छोड़कर वर्ष 2008 में महान दल का गठन करने वाले केशव देव मौर्य तीन लोकसभा तथा दो विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. अभी तक किसी भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर सके है.
अपने को सम्राट अशोक का वंशज बताने वाले केशव देव मौर्य ने कुछ दिनों पहले ही सपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने का फैसला किया हैं. इसके बाद भी उन्होंने अपने स्वभाव के अनुसार सपा गठबंधन में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को निशाने पर ले लिया.
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए उन्होंने ओम प्रकाश राजभर को राजनीतिक जोकर और अपने को जंगल का शेर बताया. केशव देव मौर्य के इस कथन को कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने राजभर समाज का अपमान बताया है.
कहा कि ओम प्रकाश राजभर और केशव देव मौर्य दोनों सपा गठबंधन में शामिल हैं. फिर क्यों वह राजभर समाज के नेता को अपमानित करने वाला बयान दे रहे हैं.
कहीं अखिलेश यादव की साजिश तो नहीं है. कहा कि अगर ऐसा नहीं है तो सपा मुखिया अखिलेश यादव (SP chief Akhilesh Yadav) को केशव देव मौर्य को गठबंधन से बाहर करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि राजभर समाज का अपमान करने के लिए प्रदेश की जनता तथा राजभर समाज केशव देव मौर्य को सबक सिखाएगा.
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