ETV Bharat / state

UP Budget 2023 : बीते साल करीब 6 लाख करोड़ था यूपी का बजट, जानिए इस वर्ष कितना रहेगा अंतर

बजट (UP Budget 2023) के मामले में यूपी सबसे आगे इसके बाद महाराष्ट्र और तमिलनाडु का नंबर आता है. बीते वर्ष के मुकाबले इस बार प्रदेश सरकार काफी बड़ा बजट पेश करने की योजना बना चुकी है. बीते साल यूपी सरकार ने पांच लाख 65 हजार करोड़ रुपये के बजट के बाद अनुपूरक बजट भी पेश किया था.

c
c
author img

By

Published : Feb 21, 2023, 3:09 PM IST

Updated : Feb 21, 2023, 7:46 PM IST

यूपी बजट पर प्रोफेसर एमके अग्रवाल की राय.

लखनऊ : 22 फरवरी को उत्तर प्रदेश सरकार अपना बजट पेश करने जा रही है. विशेषज्ञों का कहना है कि योगी सरकार उत्तर प्रदेश के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश करने की तैयारी में है. विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस बार उत्तर प्रदेश का बजट 6.50 लाख करोड़ से अधिक का होगा. बीते साल उत्तर प्रदेश सरकार ने 5 लाख 65 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया था. इसके अलावा सरकार ने एक अनुपूरक बजट भी पेश किया था. इन दोनों को मिलाकर यूपी सरकार ने करीब 6 लाख करोड़ रुपये का बजट पिछले साल पेश किया था. अगर उत्तर प्रदेश के बजट की बात करें तो यह देश के सभी राज्यों की तुलना में सबसे बड़ा बजट था. यहां तक कि देश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश का बजट 1 लाख हजार करोड़ अधिक था.

लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर एमके अग्रवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार का इस बार का बजट 6.50 लाख करोड़ से और ऊपर होने का अनुमान है. बीते साल उत्तर प्रदेश सरकार ने 5 लाख 65 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया था जो देश के इतिहास में किसी भी राज्य द्वारा पेश किए जाने वाला सबसे बड़ा बजट था. इसके बाद देश में दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र सरकार है. महाराष्ट्र सरकार द्वारा बीते साल 4 लाख 67 हजार करोड़ का बजट पेश किया गया था. तीसरे नंबर पर तमिलनाडु सरकार है जिसने बीते साल 3 लाख 14 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया था. चौथे नंबर पर राजस्थान सरकार है जिसने बीते साल 2 लाख 73 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया था. पांचवें नंबर पर पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार है जिसने 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपये का बजट साल 2022-23 में पेश किया था.

प्रोफेसर एनके अग्रवाल के अनुसार बीते कुछ सालों में यूपी सरकार ने यूपी के इस का स्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए बजट में विशेष तौर पर इसके लिए प्रावधान किया था. उसी का असर है कि पूरे देश में उत्तर प्रदेश इंफ्रास्ट्रक्चर खेत में सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाला प्रदेश बनकर सामने आया है. देश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले महाराष्ट्र का बजट जो बीते कुछ सालों में देश में सबसे अधिक हुआ करता था, उत्तर प्रदेश ने उसे भी पीछे छोड़ दिया.

मॉर्डनाइजेशन व इंफ्रास्ट्रक्चर को बूम करेगा बजट.

मॉर्डनाइजेशन व इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस करता हुआ बजट होगा : देश के सर्वाधिक आबादी वाला प्रदेश होने के साथ ही उत्तर प्रदेश देश में सबसे तेजी से बाकी अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बन रहा है. उत्तर प्रदेश का बजट देश के दूसरे प्रदेशों की तुलना में सबसे बड़ा बजट बन गया है. बुधवार को योगी सरकार के बजट में प्रदेश के आर्थिक व्यवस्था को सुधारने के साथ ही सुशासन, सुरक्षा और विकास पर आधारित होने की संभावना है.


लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर एमके अग्रवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश का 2023-24 का बजट बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है. यह बजट काफी निर्णायक स्थिति लाने वाला होगा, क्योंकि जिस प्रकार से अभी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट हुआ है. इस बजट में उनको पूरा करने का काम करेगा. इस बजट का जो आकार रहने वाला है, जिस प्रकार से पिछले सालों में बजट को बढ़ाया गया है. उसको लेकर तेजी से अपेक्षाएं बढ़ रही हैं. ऐसे में बजट का आकार बढ़ा है तो इसमें आगे भी बढ़ेगा उम्मीद है. बजट में सरकार अपने अनावश्यक परसों को कंट्रोल करेगी चाहे वह इंटरेस्ट के रूप में हो या सब्सिडी के रूप में सरकार इसमें कमी कर सकती है.


चुनाव को ध्यान में रखकर कुछ चीजें जोड़ी जा सकती हैं : विशेषज्ञों का कहना है कि अगले साल लोकसभा चुनाव होना है. ऐसे में प्रदेश सरकार इस बजट को चुनावी बजट भी बना चाहेगी, ताकि हर किसी को लुभाया जा सके. विशेषज्ञ ने कहा कि सरकार किसान, ग्रामीण, नौजवान, गरीब महिलाएं दलित पिछड़े अति पिछड़े छोटे व्यापारियों पर फोकस कर सकती है.

यह भी पढ़ें : UP Budget 2023 : यूपी को वन ट्रिलियन एकोनाॅमी बनाने के लिए आधार बनेगा ढांचागत विकास, जानिए प्लान

यूपी बजट पर प्रोफेसर एमके अग्रवाल की राय.

लखनऊ : 22 फरवरी को उत्तर प्रदेश सरकार अपना बजट पेश करने जा रही है. विशेषज्ञों का कहना है कि योगी सरकार उत्तर प्रदेश के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश करने की तैयारी में है. विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस बार उत्तर प्रदेश का बजट 6.50 लाख करोड़ से अधिक का होगा. बीते साल उत्तर प्रदेश सरकार ने 5 लाख 65 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया था. इसके अलावा सरकार ने एक अनुपूरक बजट भी पेश किया था. इन दोनों को मिलाकर यूपी सरकार ने करीब 6 लाख करोड़ रुपये का बजट पिछले साल पेश किया था. अगर उत्तर प्रदेश के बजट की बात करें तो यह देश के सभी राज्यों की तुलना में सबसे बड़ा बजट था. यहां तक कि देश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश का बजट 1 लाख हजार करोड़ अधिक था.

लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर एमके अग्रवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार का इस बार का बजट 6.50 लाख करोड़ से और ऊपर होने का अनुमान है. बीते साल उत्तर प्रदेश सरकार ने 5 लाख 65 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया था जो देश के इतिहास में किसी भी राज्य द्वारा पेश किए जाने वाला सबसे बड़ा बजट था. इसके बाद देश में दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र सरकार है. महाराष्ट्र सरकार द्वारा बीते साल 4 लाख 67 हजार करोड़ का बजट पेश किया गया था. तीसरे नंबर पर तमिलनाडु सरकार है जिसने बीते साल 3 लाख 14 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया था. चौथे नंबर पर राजस्थान सरकार है जिसने बीते साल 2 लाख 73 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया था. पांचवें नंबर पर पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार है जिसने 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपये का बजट साल 2022-23 में पेश किया था.

प्रोफेसर एनके अग्रवाल के अनुसार बीते कुछ सालों में यूपी सरकार ने यूपी के इस का स्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए बजट में विशेष तौर पर इसके लिए प्रावधान किया था. उसी का असर है कि पूरे देश में उत्तर प्रदेश इंफ्रास्ट्रक्चर खेत में सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाला प्रदेश बनकर सामने आया है. देश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले महाराष्ट्र का बजट जो बीते कुछ सालों में देश में सबसे अधिक हुआ करता था, उत्तर प्रदेश ने उसे भी पीछे छोड़ दिया.

मॉर्डनाइजेशन व इंफ्रास्ट्रक्चर को बूम करेगा बजट.

मॉर्डनाइजेशन व इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस करता हुआ बजट होगा : देश के सर्वाधिक आबादी वाला प्रदेश होने के साथ ही उत्तर प्रदेश देश में सबसे तेजी से बाकी अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बन रहा है. उत्तर प्रदेश का बजट देश के दूसरे प्रदेशों की तुलना में सबसे बड़ा बजट बन गया है. बुधवार को योगी सरकार के बजट में प्रदेश के आर्थिक व्यवस्था को सुधारने के साथ ही सुशासन, सुरक्षा और विकास पर आधारित होने की संभावना है.


लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर एमके अग्रवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश का 2023-24 का बजट बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है. यह बजट काफी निर्णायक स्थिति लाने वाला होगा, क्योंकि जिस प्रकार से अभी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट हुआ है. इस बजट में उनको पूरा करने का काम करेगा. इस बजट का जो आकार रहने वाला है, जिस प्रकार से पिछले सालों में बजट को बढ़ाया गया है. उसको लेकर तेजी से अपेक्षाएं बढ़ रही हैं. ऐसे में बजट का आकार बढ़ा है तो इसमें आगे भी बढ़ेगा उम्मीद है. बजट में सरकार अपने अनावश्यक परसों को कंट्रोल करेगी चाहे वह इंटरेस्ट के रूप में हो या सब्सिडी के रूप में सरकार इसमें कमी कर सकती है.


चुनाव को ध्यान में रखकर कुछ चीजें जोड़ी जा सकती हैं : विशेषज्ञों का कहना है कि अगले साल लोकसभा चुनाव होना है. ऐसे में प्रदेश सरकार इस बजट को चुनावी बजट भी बना चाहेगी, ताकि हर किसी को लुभाया जा सके. विशेषज्ञ ने कहा कि सरकार किसान, ग्रामीण, नौजवान, गरीब महिलाएं दलित पिछड़े अति पिछड़े छोटे व्यापारियों पर फोकस कर सकती है.

यह भी पढ़ें : UP Budget 2023 : यूपी को वन ट्रिलियन एकोनाॅमी बनाने के लिए आधार बनेगा ढांचागत विकास, जानिए प्लान

Last Updated : Feb 21, 2023, 7:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.