लखनऊ : उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बुधवार को विधानसभा में राज्य का 6 लाख 90 हजार 242 करोड़ 43 लाख रुपये का बजट 2023-24 पेश किया. इस दौरान वित्त मंत्री ने बजट में उत्तर प्रदेश की 'उड़ान' की चर्चा की. उन्होंने कहा कि योगी सरकार में नागरिक उड्डयन क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व कार्यों का असर यह हुआ कि जीआईएस-23 के जरिए भी यूपी में आए 33.52 लाख करोड़ निवेश के लिए धरातल पर उतरने को तैयार हैं.
जनता को सुलभ हो रही हवाई यात्रा : बुधवार को सदन में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बजट में कहा कि योगी सरकार का मानना है कि प्रदेश की जनता को हवाई यात्रा सुलभ हो. इसके लिए प्रदेश में जिस प्रकार हवाई यात्रा की सुविधा का विस्तार हो रहा है. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि आगामी वर्षों में प्रदेश में पांच अंतरराष्ट्रीय तथा 16 घरेलू एयरपोर्ट, यानी कुल 21 एयरपोर्ट क्रियाशील हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुआ है. वर्तमान में प्रदेश में नौ एयरपोर्ट क्रियाशील हैं और 80 गन्तव्य स्थानों के लिए एयर सर्विस उपलब्ध है. इसके अलावा प्रदेश में तीन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट क्रियाशील हैं. जेवर और अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट निर्माणाधीन हैं. शीघ्र ही प्रदेश में पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट क्रियाशील हो जाएंगे.
अगले पांच साल में सक्रिय होंगे 21 हवाई अड्डे : लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर फायर फाइटिंग सिस्टम अपग्रेड करने से लेकर रनवे विस्तार का कार्य अब स्पीड पकड़ेगा. नागरिक उड्डयन विभाग इसके लिए सहयोग करेगा. अगले पांच साल के अंदर प्रदेश में 21 और हवाई अड्डे सक्रिय हो जाएंगे. इन एयरपोर्ट्स में घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे भी शामिल हैं. नए एयरपोर्ट एक्टिव होने से यात्रियों को सफर में काफी सुविधा मिलेगी. लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की कमान निजी हाथों में है. एयरपोर्ट पर यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी की जा रही है. फायर फाइटिंग सिस्टम अपग्रेड करने, रनवे की लम्बाई बढ़ाने और हेलीकॉप्टरों की पार्किंग के लिए अलग व्यवस्था बनाने समेत कई अन्य काम तेजी से होने हैं. नागरिक उड्डयन विभाग इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ मिलकर कार्य कराएगा.
विधानसभा में बुधवार को पेश हुए बजट में परिवहन के साथ-साथ हवाई सेवाओं को बेहतर बनाने का विजन है. वर्तमान में प्रदेश में नौ एयरपोर्ट एक्टिव हैं. 80 स्थानों के लिए हवाई सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. प्रदेश में तीन अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट एक्टिव हैं. इसके अलावा जेवर और अयोध्या में अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट निर्माणाधीन हैं. इनके बन जाने के बाद प्रदेश में पांच अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट सक्रिय हो जाएंगे. जेवर एयरपोर्ट में रनवे की संख्या दो से बढ़ाकर पांच करने का फैसला पहले ही लिया जा चुका है. प्रदेश सरकार के कार्यकाल में चार एयरपोर्ट्स के निर्माण का कार्य पूरा भी हो चुका है. आजमगढ़, मुरादाबाद,अलीगढ़ श्रावस्ती सोनभद्र और चित्रकूट का निर्माण करीब करीब पूरा हो चुका है. आने वाले पांच सालों में 16 घरेलू एयरपोर्ट और पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट सक्रिय हो जाएंगे.
छोटी दूरी के विमान शुरू होंगे : रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत छोटी दूरी की विमान सेवा शुरू कराने की दिशा में भी प्रदेश सरकार का रुझान है. यह स्कीम पहले चरण में सफल रही, लेकिन कोविड के बाद सेवाएं शुरू नहीं हो पाईं. यात्रियों में सस्ती व किफायती उड़ानों को लेकर खासा रुझान था. सिर्फ ढाई हजार रुपये में यात्री दोबारा यात्रा कर सकें. इसके लिए उड़ान स्कीम को एएआई से मिलकर रिलॉन्च होगा.
यह भी पढ़ें : UP budget 2023: मायावती बोलीं, सरकार का बजट ऊंट के मुंह में जीरा, नहीं रखा गया जनता का ध्यान