लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की प्रक्रिया पूरी तरह से समाप्त (UP Municipal Election Notification Expired ) होने के बाद आज रविवार की देर शाम यूपी निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में लागू आदर्श आचार संहिता की अधिसूचना समाप्त किए जाने के आदेश जारी कर दिए हैं. 9 अप्रैल को प्रदेश में आदर्श आचार संहिता की अधिसूचना जारी की गई थी.
प्रदेश में 2 चरणों में नगर निकाय चुनाव संपन्न हुए और 13 मई को मतगणना कराई गई. मतगणना के बाद सभी नगर निकायों के निर्वाचित प्रतिनिधियों को संबंधित रिटर्निंग अफसरों की तरफ से जीत प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए. रविवार राज्य निर्वाचन आयोग (UP Election Commission) ने चुनाव संबंधी प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रदेश भर में जारी अधिसूचना को समाप्त कर दिया है.
अधिसूचना समाप्त किए जाने के समय राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि प्रदेश के 75 जिलों में कुल 14684 पदों (अध्यक्ष-760, सदस्य-13924) पर दो चरणों में सकुशल एवं शान्तिपूर्वक चुनाव सम्पन्न कराया गया. कुल 162 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. सविरोध निर्वाचन के लिए कुल 14522 पदों पर चुनाव प्रक्रिया पूरी की गई. कुल 43244 मतदान स्थल एवं 13746 मतदान केन्द्रों पर चुनाव हुआ.
अतिसंवेदनशील प्लस कुल 4891 मतदान स्थलों पर वीडियोग्राफी, वेबकास्टिंग द्वारा निगरानी की गई. 760 निकायों के लिए मतगणना 353 मतगणना केन्द्रों पर सीसीटीवी, वीडियोग्राफी की सतत् निगरानी में सकुशल एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करायी गई. प्रदेश के 760 नगरीय निकाय क्षेत्र के अन्तर्गत कुल 4 करोड़ 32 लाख 39 हजार 647 मतदाता हैं, जिसमें 2 करोड़ 29 लाख 87 हजार 955 पुरूष मतदाता एवं 2 करोड़ 2 लाख 51 हजार 692 महिला मतदाता हैं.
चुनाव की खास बातें
- प्रदेश में कुल 52.4 प्रतिशत मतदान हुआ। सबसे अधिकतम मतदान प्रतिशत नगर निगम में सहारनपुर- 55.8 प्रतिशत, नगर पालिका परिषद में, सरसांवा (सहारनपुर)-78.17 प्रतिशत एवं नगर पंचायत में गुलड़िया (बदायूं)-89.52 प्रतिशत रहा। न्यूनतम मतदान प्रतिशत नगर निगम में प्रयागराज-31.5 प्रतिशत, नगर पालिका परिषद में रामपुर-38 प्रतिशत तथा नगर पंचायत में, अनपरा (सोनभद्र)-40 प्रतिशत रहा.
- कुल- 2 लाख 52 हजार 851 मतदान कार्मिक, सेक्टर मजिस्ट्रेट, जोनल मजिस्ट्रेट, प्रभारी अधिकारी, सहायक प्रभारी अधिकारी, निर्वाचन अधिकारी, सहायक निर्वाचन अधिकारी एवं मतगणना कार्मिकों के द्वारा निर्वाचन सम्पन्न कराया गया.
- निर्वाचन को सकुशल तथा शान्तिपूर्ण कराने के लिए कुल 2 लाख 23 हजार 309 पुलिस, होमगार्ड, 35 कम्पनी सीएपीएफ तथा 84 कम्पनी पीएसी एवं 2 प्लाटून पीएसी योजित किये गये थे.
- निर्वाचन में कुल 27430 मतपेटिकाएं एवं 32510 सीयू, 38600 बीयू प्रयोग में लायी गयी.
- कुल 94 प्रेक्षकों द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया को सकुशल एवं शान्तिपूर्ण सम्पादित कराने हेतु तैनाती की गई.
- निर्वाचन अवधि में आयोग की वेबसाइट पर कुल 32 लाख़ व्यक्तियों द्वारा कुल 4 करोड़ बार अवलोकन किया गया.
- मतगणना के सभी परिणाम घोषित हो चुके हैं एवं मतगणना परिणाम के विवरण आयोग के वेबसाइट पर उपलब्ध हैं.
- नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन-2023 की सभी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद आचार संहिता समाप्त की गई. प्रदेश में 9 अप्रैल को चुनाव कराए जाने के लिए अधिसूचना जारी की गई थी.
सभी चुनावों के एक वोटर लिस्ट बनेगी
राज्य निर्वाचन आयोग ने निकाय चुनाव के दौरान मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी की मिली शिकायतों के बाद सभी चुनावों के लिए एक ही मतदाता सूची तैयार किए जाने के बड़े संकेत दिए हैं. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने कहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग मतदाता सूची में गड़बड़ियों को हमेशा के लिए दूर करने का प्रयास करेगा. कई अन्य राज्यों की तरह एक ही मतदाता सूची बनाने का काम कराया जाएगा. इसके लिए लोकसभा चुनाव की मतदाता सूची से नगर निकाय की मतदाता सूची को जोड़ा जाएगा.
इस मतदाता सूची पर किसी भी चुनाव से पहले काम किया जाएगा. सूची में वोटर की फोटो भी लगाई जाएगी. जिससे कोई गड़बड़ी नहीं रहेगी. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने कहा कि कुछ समय पहले बाराबंकी से लोकसभा चुनाव की मतदाता सूची को नगर निकाय की मतदाता सूची से जोड़ने का काम शुरू किया गया था. लेकिन इसमें कुछ दिक्कतें आई और यह काम नहीं हो पाया अब राजधानी लखनऊ से इस काम को शुरू कराया जाएगा.
इस प्रकार से मतदाता सूची में खामियां सामने आई हैं. इससे मतदान प्रतिशत में भी गिरावट आई है. ऐसे में यह जरूरी है कि एक ही मतदाता सूची तैयार कराई जाए. लोकसभा चुनाव वाले मतदाता सूची को आधार मानकर हम राज्य निर्वाचन आयोग की फोटो युक्त वोटर लिस्ट तैयार कराने का काम करेंगे. शुरुआत लखनऊ से की जाएगी और इसके बाद फिर प्रदेश के सभी जिलों में सूची लोकसभा चुनाव की सूची से जोड़ने का काम किया जाएगा.