ETV Bharat / state

यूपी बोर्ड की सराहनीय पहल, छात्रों को एडवांस बनाने की तैयारी

माध्यमिक शिक्षा परिषद यूपी बोर्ड को स्टूडेंट फ्रेंडली और एडवांस बनाने की तैयारी शुरू कर रही है. इसी क्रम में परिषद के अधीन संचालित स्कूलों में हर साल पूर्व छात्र मिलन समारोह आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है.

commendable initiative of up board
यूपी बोर्ड की सराहनीय पहल
author img

By

Published : Nov 24, 2020, 3:34 PM IST

लखनऊः माध्यमिक शिक्षा परिषद यूपी बोर्ड को स्टूडेंट फ्रेंडली और एडवांस बनाने की तैयारी शुरू कर रही है. इसी क्रम में परिषद के अधीन संचालित स्कूलों में हर साल पूर्व छात्र मिलन समारोह आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है.

छात्र मिलन समारोह का होगा आयोजन

सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की तरह अब यूपी बोर्ड भी स्ट्रडेंस फ्रेंडली और एडवांस बनाने की दिशा में काम कर रहा है. इसकी तैयारी भी शुरू की जा चुकी हैं. इसी क्रम में परिषद के आधीन संचालित स्कूलों में हर साल पूर्व छात्र मिलन समारोह का आयोजन किया जाएगा.

पूर्व छात्र मिलन समारोह के हैं कई फायदे

पूर्व छात्र मिलन समारोह के कई फायदे हैं. इससे अलग-अलग क्षेत्रों में बड़े-बड़े पदों पर काम कर रहे पूर्व छात्रों से मिलने का अवसर मौजूदा छात्रों को मिल सकेगा. मौजूदा छात्रों को न सिर्फ पूर्व छात्रों के अनुभव का फायदा मिलेगा, बल्कि नए छात्रों को कई नई चीजों को जानने का मौका भी मिलेगा.

सफल छात्रों को स्कूल में बलाया जाएगा
इसके लिए अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों, न्यायधीश, राजनेताओं, उद्योगपतियों, वैज्ञानिकों की सूची तैयार की जाएगी. इन सभी विभूतियों ने जिस विद्यालय से शिक्षा ग्रहण की है, उस विद्यालय की ओर से पूर्व छात्र मिलन समारोह के लिए इन्हें आमंत्रण भेजा जाएगा. पूर्व छात्र मिलन समारोह के दौरान 11वीं और 12वीं के छात्र मौजूद रहेंगे.

टॉपर का नाम वेबसाइट पर होगा अपलोड
माध्यमिक शिक्षा परिषद एक और पहल करने जा रहा है. इसके तहत यूपी बोर्ड के हर साल के टॉपर का नाम परिषद की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा. साथ ही उनके अंक पत्रों को भी वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा, ताकि छात्र उनकी मेहनत से प्रेरणा ले सकें.

'कोरोना काल में बोर्ड ने किए कई बदलाव'
यूपी बोर्ड को आईसीएसई और सीबीएसई से पिछड़ा माना जाता है. लेकिन माध्यमिक शिक्षा विभाग ने कोरोना आपदा को अवसर में तब्दील कर दिया है. माध्यमिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से स्कूल बंद थे. इसी दौरान माध्यमिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के ई-कंटेंट तैयार कर विभिन्न चैनलों के माध्यम से उसका प्रसारण कराया, ताकि बच्चे लाइव क्लास की तरह लेक्चर का लाभ उठा सकें. इसके लिए विभाग ने योग्य शिक्षकों की सूची तैयार की और डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में उनके लेक्चर का वीडियो शूट कराया.

लखनऊः माध्यमिक शिक्षा परिषद यूपी बोर्ड को स्टूडेंट फ्रेंडली और एडवांस बनाने की तैयारी शुरू कर रही है. इसी क्रम में परिषद के अधीन संचालित स्कूलों में हर साल पूर्व छात्र मिलन समारोह आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है.

छात्र मिलन समारोह का होगा आयोजन

सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की तरह अब यूपी बोर्ड भी स्ट्रडेंस फ्रेंडली और एडवांस बनाने की दिशा में काम कर रहा है. इसकी तैयारी भी शुरू की जा चुकी हैं. इसी क्रम में परिषद के आधीन संचालित स्कूलों में हर साल पूर्व छात्र मिलन समारोह का आयोजन किया जाएगा.

पूर्व छात्र मिलन समारोह के हैं कई फायदे

पूर्व छात्र मिलन समारोह के कई फायदे हैं. इससे अलग-अलग क्षेत्रों में बड़े-बड़े पदों पर काम कर रहे पूर्व छात्रों से मिलने का अवसर मौजूदा छात्रों को मिल सकेगा. मौजूदा छात्रों को न सिर्फ पूर्व छात्रों के अनुभव का फायदा मिलेगा, बल्कि नए छात्रों को कई नई चीजों को जानने का मौका भी मिलेगा.

सफल छात्रों को स्कूल में बलाया जाएगा
इसके लिए अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों, न्यायधीश, राजनेताओं, उद्योगपतियों, वैज्ञानिकों की सूची तैयार की जाएगी. इन सभी विभूतियों ने जिस विद्यालय से शिक्षा ग्रहण की है, उस विद्यालय की ओर से पूर्व छात्र मिलन समारोह के लिए इन्हें आमंत्रण भेजा जाएगा. पूर्व छात्र मिलन समारोह के दौरान 11वीं और 12वीं के छात्र मौजूद रहेंगे.

टॉपर का नाम वेबसाइट पर होगा अपलोड
माध्यमिक शिक्षा परिषद एक और पहल करने जा रहा है. इसके तहत यूपी बोर्ड के हर साल के टॉपर का नाम परिषद की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा. साथ ही उनके अंक पत्रों को भी वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा, ताकि छात्र उनकी मेहनत से प्रेरणा ले सकें.

'कोरोना काल में बोर्ड ने किए कई बदलाव'
यूपी बोर्ड को आईसीएसई और सीबीएसई से पिछड़ा माना जाता है. लेकिन माध्यमिक शिक्षा विभाग ने कोरोना आपदा को अवसर में तब्दील कर दिया है. माध्यमिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से स्कूल बंद थे. इसी दौरान माध्यमिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के ई-कंटेंट तैयार कर विभिन्न चैनलों के माध्यम से उसका प्रसारण कराया, ताकि बच्चे लाइव क्लास की तरह लेक्चर का लाभ उठा सकें. इसके लिए विभाग ने योग्य शिक्षकों की सूची तैयार की और डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में उनके लेक्चर का वीडियो शूट कराया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.