लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सत्ता की कुर्सी का कोरा सपना देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि सपा सरकार की अराजकता, गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार और सत्ता में बाहर रहने के बाद विपक्ष के तौर पर उनकी अकर्मण्यता व नकारात्मकता को जनता ने इतने गहरे से महसूस किया है कि वह सपा को सत्ता से सदैव बाहर रखने का मन बना चुकी है.
दरअसल, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को वरिष्ठ दिवंगत समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्र 'छोटे लोहिया' की जयंती पर प्रदेश की भाजपा सरकार की नीतियों के विरोध में राजधानी लखनऊ में साइकिल यात्रा निकाली. साइकिल यात्रा पर निकलने से पहले अखिलेश यादव ने सपा कार्यालय पर मीडिया को संबोधित किया. इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी 400 सीटें जीतेगी. अखिलेश यादव की 'साइकिल यात्रा' पर हमला बोलते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा अध्यक्ष शायद भूल गए कि पिछले दो सालों में उनकी साइकिल में खड़े-खड़े जंग लग गई है और जंग लगी पंचर साइकिल से रेस नहीं जीती जाती.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने गुरुवार देर शाम जारी बयान में कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव को विरासत में सत्ता मिली. उन्होंने पिता-चाचा के खून-पसीने से बनी विरासत को हड़प लिया. अखिलेश यादव ने कहा कि वे समाजवादी नेता और चिंतक जनेश्वर मिश्रा 'छोटे लोहिया' के रास्ते पर चल रहे हैं, लेकिन जो अपने पिता के नक्शे कदमों पर नहीं चल पाए वो जनेश्वर मिश्र, जिनको खुद मुलायम सिंह यादव अपना राजनीतिक गुरु मानते थे, उनके रास्ते पर कैसे चल सकते हैं.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जनता ने समाजवादी पार्टी को नकार दिया तो सपा अध्यक्ष घर में बैठ गए. कोविड जैसी आपदा में जनता की मदद के लिए हाथ बढ़ाने के बजाय केवल ट्विटर पर सरकार के जनहित के कामों पर सवाल करते रहे. जब भाजपा के कार्यकर्ता से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ तक जिले-जिले जाकर जनता का दुख-दर्द बांट रहे थे तब सपा मुखिया घर में बैठकर वैज्ञानिकों की मेहनत व विजन का यह कहकर अपमान कर रहे थे कि वे भाजपा की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जब प्रदेश की पुलिस आतंकियों से लोहा लेकर उनके मंसूबे ध्वस्त कर रही थी तो सपा मुखिया आतंकियों के पक्ष में खड़े होकर पुलिस व सेना की नीयत पर सवाल कर रहे थे. अब जब योगी सरकार की अथक मेहनत से कोविड की दूसरी लहर पर नियंत्रण पाया जा चुका है तो घर में बैठे-बैठे उब गए अखिलेश यादव समाजवाद का मुखौटा लगाकर लाखों की साइकिल पर 'वॉक' पर निकले हैं. उनके लिए राजनीति केवल पर्यटन व जनता का दुख-दर्द मनोरंजन है. यही वजह है कि जब मुजफ्फरनगर दंगे के पीड़ित ठंड में ठिठुर रहे थे तो सपा मुखिया मुख्यमंत्री रहते हुए सैफई महोत्सव करा रहे थे, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी इनको आइना दिखाया था.
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता सपा के भ्रष्टाचार, आतंकवाद को उनके खुले समर्थन, गुंडागर्दी को उनके सरंक्षण और अराजक सोच को भली-भांति समझ चुकी है. जनता सुशासन, विकास, सामाजिक सुरक्षा, राष्ट्रीय गौरव की सोच, उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए अग्रसर ईमानदार नेतृत्व के साथ खड़ी है. उसने पहले भी इसीलिए भाजपा को आशीर्वाद दिया है, अभी भी जनता का आशीर्वाद भाजपा के साथ है. 2022 में भी जनता भाजपा को विजयश्री का आशीर्वाद देकर विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाएगी.