लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को दो रिकॉर्ड कायम किए. पहला राज्य 10 करोड़ कोरोना टेस्ट करके देश में नंबर एक बना. वहीं मेडिकल में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स (पीजी) की सीटों में एक साल में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की गई है. नेशनल मेडिकल काउंसिल ने इसकी मान्यता दे दी है.
पहले 72 टेस्ट की क्षमता थी, अब रोज 4 लाख
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार के मुताबिक, वर्ष 2019 में कोविड-19 शुरू हुआ था. यूपी में फरवरी 2020 में पहला केस रिपोर्ट हुआ. इस दौरान प्रदेश में सिर्फ एक लैब कोरोना जांच के लिए थी. इसमें 24 घंटे में 72 टेस्ट ही मुमकिन थे. वर्तमान में हर जिले में कोरोना टेस्टिंग लैब है. सरकारी और निजी मिलाकर कुल 441 लैब प्रदेश में हो गई हैं. इनमें रोज 4 लाख टेस्ट की क्षमता है. उन्होंने इस रिकॉर्ड के लिए स्वास्थ्य कर्मियों का आभार जताया.
एमबीबीएस के साथ एमडी-एमएस की बढ़ी सीटें
आलोक कुमार के मुताबिक, राज्य ने एक वर्ष में रिकॉर्ड यूजी-पीजी की सीटों में बढ़ोतरी की है. एक साथ इतनी तादाद में पहले मेडिकल की सीटें नहीं बढ़ी हैं. इसमें एमबीबीएस की सरकारी कॉलेजों में एक साथ 900 सीटें बढ़ीं. साथ ही 350 निजी कॉलेजों में सीटें बढ़ीं. ऐसे में सरकारी में एमबीबीएस की 2928 से बढ़कर 3,828 सीटें और प्राइवेट में 4150 से बढ़कर 4500 सीटें हो गई हैं. ऐसे में अब एमबीबीएस की कुल सीटें 7078 से बढ़कर 8328 हो गई हैं. साथ ही एमडी-एमएस की सरकारी में 200 सीट बढ़ीं और प्राइवेट कॉलेजों में 318 सीटें बढ़ाई गई हैं. सरकारी कॉलेजों में पीजी की सीटी 1027 से बढ़कर 1227 हो गईं हैं. प्राइवेट कॉलेज में 1064 से बढ़कर 1382 एमडी-एमएस की सीट हो गईं हैं. वहीं कुल पीजी सीटें 2091 से 2608 हो गई हैं.
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