लखनऊः यूपी एटीएस ने सोमवार को 1 हजार हिंदुओं का धर्मांतरण कराने वाले उमर गौतम के एक और साथी डॉक्टर फराज शाह को गिरफ्तार कर लिया है. इसकी गिरफ्तारी महाराष्ट्र के यवतमाल जिले से हुई है. एटीएस की गिरफ्त में आए आरोपी डॉक्टर शाह से अवैध धर्मांतरण सिंडीकेट से जुड़े कुछ अन्य अहम जानकारियां मिली हैं.
एटीएस अफसरों के मुताबिक धर्मांतरण सिंडिकेट के गैंग की जड़े महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में बेहद गहरी है. आईजी यूपी एटीएस जीके गोस्वामी के मुताबिक डॉक्टर फराज शाह ने एमबीबीएस पास आउट है. वो अपने घर के पास ही क्लीनिक का संचालन करता था. वो क्लीनिक से भी धर्मांतरण सिंडिकेट से जुड़ी गतिविधियों को चला रहा था. नागपुर से पकड़े गए एडम और उसके साथियों से पूछताछ में फराज के बारे में जानकारी मिली थी. जिसके बाद से एटीएस उसके बारे में छानबीन कर रही थी. एडम और अर्सलान के साथ वो उमर गौतम के कार्यक्रमों में भी शामिल हुआ था. सुबूत एकत्र कर यवतमाल के पूसद कस्बे से आरोपी डॉक्टर फराज शाह को रविवार रात गिरफ्तार किया गया. UP ATS की टीम उसे लेकर सोमवार शाम लखनऊ पहुंची और यहां विशेष कोर्ट में पेश किया. एटीएस अब उसे पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है.
विदेश से हो रही फंडिंग से जुड़ रहे डॉक्टर शाह के तार
IG ATS के मुताबिक आरोपी डॉक्टर फराज शाह देश में अवैध सिंडिकेट चला रहे गैंग के सरगना दिल्ली निवासी उमर गौतम का सबसे खास साथी है. यही नहीं, नागपुर (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किए गए रामेश्वर कांवरे उर्फ एडम, कौसर आलम और भूप्रिय बंदो उर्फ डॉ.अर्सलान के भी उसके गहरे रिश्ते हैं. डॉक्टर शाह ने एडम और उसके साथियों के साथ मिलकर महाराष्ट्र के कई जिलों में साजिश के तहत बड़ी संख्या में धर्मांतरण कराया है. IG ने बताया कि, बीते 17 जुलाई को महाराष्ट्र के नागपुर से पकड़े गए एडम, कौसर और डॉक्टर अर्सलान के मोबाइल फोन से राष्ट्र विरोधी और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली वार्तालाप की कई आडियो क्लिप मिली है. ATS अब आरोपितों की आवाज के नमूने को लेकर उनका परीक्षण कराने की कार्रवाई कर रही है. कई वीडियो क्लिप और फोटो भी मिले हैं. डॉक्टर फराज भी लोगों में उनके मूल धर्म के प्रति विद्वेष पैदा कर उन्हें धर्मान्तरण के लिए उकसाता था. उसके तार अवैध धर्मांतरण के लिए विदेश से हो रही फंडिंग से भी जुड़े रहे हैं. शुरुआती पूछताछ में फराज ने एडम के सीधे संपर्क में रहे महाराष्ट्र के कई और युवकों के बारे में जानकारियां साझा की हैं.
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अवैध धर्मांतरण में अबतक हो चुकी है 9 गिरफ्तारियां
UP ATS ने बीते 20 जून को यूपी से लेकर 24 राज्यों में फैले अवैध धर्मांतरण के सिंडीकेट का खुलासा किया था. संगठित रूप से मूक-बधिर बच्चों, महिलाओं और कमजोर आय वर्ग के लोगों को डरा-धमका कर, उन्हें तरह-तरह के प्रलोभन देकर उनका धर्मांतरण कराए जाने के मामले में दिल्ली निवासी मु. उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी को गिरफ्तार किया था. उमर गौतम दिल्ली से संचालित संस्था इस्लामिक दावा सेंटर (IDC) के जरिए अपनी गतिविधियों को बढ़ा रहा था. तब प्रदेश के अलावा दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, केरल और आंध्र प्रदेश तक में धर्मांतरण कराए जाने के साक्ष्य मिले थे. युवतियों का धर्मांतरण कराकर उनकी मुस्लिम युवकों से शादी कराने के मामले भी सामने आए थे. एटीएस ने बीते दिनों उमर के सक्रिय साथी हरियाणा निवासी मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान, महाराष्ट्र के निवासी इरफान शेख और दिल्ली निवासी राहुल भोला को भी गिरफ्तार किया था. इस मामले में अब तक नौ आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.