लखनऊ. कांग्रेस पार्टी हर विधानसभा सीट पर प्रत्याशी के चयन के लिए ऑब्ज़र्वरों की तैनाती कर रही है. ये ऑब्ज़र्वर विधानसभा पर जितने भी टिकटों के दावेदार होंगे, उनका पूरा फीडबैक लेंगे. हर विधानसभा के जातीय समीकरण का अध्ययन करेंगे.
प्रत्याशी की अपनी इमेज क्या है? क्या वह किसी अन्य पार्टी से तो कांग्रेस पार्टी में आकर टिकट नहीं मांग रहा है? बूथ स्तर पर टिकट मांगने वाले ने कितनी तैयारी की है? इन सब का पूरा ब्यौरा तैयार कर आब्जर्वर हाईकमान को भेजेंगे. इन्हीं के फीडबैक पर टिकट दावेदार का टिकट तय होगा.
उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस पार्टी कोई भी मौका हाथ से जाने देना नहीं चाहती है. पार्टी ऐसे उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का पूरा प्रयास कर रही है जिनके जीतने की पूरी उम्मीद हो. प्रत्याशियों के चयन के लिए पार्टी ने इस बार हर विधानसभा पर एक-एक पर्यवेक्षक तैनात किया है.
यह पर्यवेक्षक विभिन्न प्रदेशों से उत्तर प्रदेश की अलग-अलग विधानसभाओं में डेरा भी डाल चुके हैं. रणनीति बनाकर आगामी चुनाव के लिए पार्टी को बेहतर प्रत्याशी का विकल्प ये सभी पर्यवेक्षक देंगे. पार्टी भी पर्यवेक्षकों के फीडबैक पर ही प्रत्याशियों पर दांव लगाएगी. ऐसे में पर्यवेक्षकों की भूमिका टिकट के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
यह भी पढ़ें : यूपी विधानसभा चुनाव 2022: सरकारी योजनाओं के 15 करोड़ लाभार्थी लगाएंगे बीजेपी की नैया पार
कुछ इस तरह काम करेंगे पर्यवेक्षक
कांग्रेस पार्टी की तरफ से हर विधानसभा में तैनात किए गए पर्यवेक्षक हर टिकट के दावेदार का पूरा ब्यौरा तैयार करेंगे. बूथ स्तर से लेकर जिला स्तर तक टिकट दावेदार ने कितना मजबूत संगठन खड़ा किया है? कितने लोगों को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता दिलाई है? विधानसभा स्तर पर प्रत्याशी बनने के लिए कितना फिट बैठ रहा है? उस विधानसभा का जातीय समीकरण क्या है? जिस व्यक्ति ने पार्टी से टिकट मांगा है उसकी अपनी छवि कैसी है? इन सब बिंदुओं पर पर्यवेक्षक काम करेंगे और इसके बाद बेहतर विकल्प तलाश कर पार्टी के सामने रखेंगे.
यूपी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सीनियर ऑब्जर्वर बनाया है. बघेल के ही नेतृत्व में सभी विधानसभा सीटों पर ऑब्जरबर्स की तैनाती की गई है. लगातार सभी ऑब्जरबर्स भूपेश बघेल को विधानसभा स्तर की रिपोर्ट सौंप रहे हैं और उनके टच में हैं.
क्या कहते हैं कांग्रेस के प्रवक्ता
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अजय चंद्र चौबे का कहना है कि पार्टी को मजबूती देने के लिए सभी विधानसभा सीटों पर पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है. यह पर्यवेक्षक दिनरात काम कर पार्टी को बेहतर प्रत्याशी का नाम सौंपेंगे. इसके बाद हाईकमान संबंधित विधानसभा सीट पर प्रत्याशी का फैसला लेगा. प्रत्याशियों के चयन के लिए तमाम बिंदुओं पर पर्यवेक्षक मंथन करने के बाद ही कोई नाम हाईकमान को भेजेंगे.