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कैसे पूरा होगा योगी सरकार को उखाड़ फेंकने का कांग्रेस का संकल्प? - up politics

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election2022) को देखते हुए कांग्रेस योगी सरकार के खिलाफ अभियान चलाने जा रही है. इस अभियान के जरिए कांग्रेस ने योगी सरकार को सत्ता से बेदखल करने का संकल्प लिया है. आइये जानते हैं कांग्रेस क्या अपने संकल्प को पूरा कर पाएगी?

योगी सरकार के खिलाफ कांग्रेस चलाएगी अभियान.
योगी सरकार के खिलाफ कांग्रेस चलाएगी अभियान.
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Published : Aug 6, 2021, 5:42 PM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश में दम तोड़ती कांग्रेस (Congress) ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election2022) में योगी सरकार (Yogi Government) को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया है. इसके लिए कांग्रेस 9 और 10 अगस्त को प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सरकार के खिलाफ अभियान चलाएगी. इस अभियान के माध्यम से सरकार की नाकामियों को जनता तक पहुंचाएगी. इसके साथ ही पार्टी सभी विधानसभा क्षेत्रों में अपने पुराने कार्यकर्ताओं को जोड़ने के लिए एक विशेष अभियान के तौर पर काम करेगी. हालांकि राजनीतिक विश्लेषक कांग्रेस के इस प्रस्तावित अभियान के सफल होने पर संशय व्यक्त कर रहे हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 3 दशक से ज्यादा समय से उत्तर प्रदेश की सत्ता से दूर कांग्रेस के पास कार्यकर्ताओं का अभाव है. ऐसे में प्रत्येक विधानसभा में आंदोलन सफल हो पाना बड़ी बात है. यदि कांग्रेस यह अभियान सफल कर पाती है तो निश्चित तौर पर यह माना जाएगा कि पार्टी को कहीं न कहीं से प्रदेश की जनता ऑक्सीजन देने जा रही है.

योगी सरकार के खिलाफ कांग्रेस चलाएगी अभियान.

प्रियंका गांधी को सीएम चेहरा बनाने की चर्चा
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के एक खेमे से यह आवाज उठी है कि यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव प्रियंका गांधी (Congress National Secretary Priyanka Gandhi) मुख्यमंत्री का चेहरा होंगी. अगर प्रियंका गांधी मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ती हैं तो निश्चित तौर पर कांग्रेस अपनी पूरी ताकत झोंक देगी. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशू अवस्थी कहते हैं कि 2017 से लेकर अब तक सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही है, जिसने योगी सरकार की गलत नीतियों का जमकर विरोध किया है. कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता ही सड़कों पर सरकार के खिलाफ उतरे हैं, बाकी दल शांत बैठे रहे. हम लोग सरकार के खिलाफ इस अभियान को और तेज करेंगे.

प्रियंका गांधी भी हो सकती हैं अभियान में शामिल
कांग्रेस के 9 और 10 अगस्त को चलने वाले इस अभियान में पार्टी की महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी भी शामिल हो सकती हैं. हालांकि पार्टी प्रियंका गांधी के दौरे को लेकर अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं कर रही है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत उनकी पूरी टीम के सभी पदाधिकारी बढ़चढ़कर हिस्सा लेंगे. फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारियों को भी अभियान में हिस्सा लेने को कहा गया है. कांग्रेस के टिकट पर जो लोग चुनाव लड़ना चाहते हैं उन सभी को भी पार्टी ने कहा है कि वह अपनी ताकत उस क्षेत्र में दिखाएंगे. जो लोग ताकत दिखाने में सफल रहेंगे उन्हें आगामी चुनाव में उतारा जाएगा. इसके अलावा पार्टी के पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे.

इन जिलों पर रहेगा ज्यादा फोकस
वैसे तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में अभियान पूरे जोर-शोर से चलाने वाली है लेकिन कुछ विशेष जिलों में उसका ज्यादा फोकस होगा. यह वह जिले होंगे जिनमें पार्टी का जनाधार ठीक है. इसके अलावा जिन लोकसभा चुनाव 2009 में कांग्रेस को जीत मिली थी, उन्हें भी कांग्रेस फोकस करेगी. पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ ही रायबरेली, अमेठी, कानपुर, सीतापुर, हरदोई, बाराबंकी, झांसी, बहराइच, कुशीनगर, सहारनपुर, अलीगढ़ जैसे जिलों में कांग्रेस का सरकार के विरोध में अभियान ज्यादा तेज होगा.

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति खराब
राजनीतिक विश्लेषक पीएन द्विवेदी कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव नजदीक हैं. ऐसे में सत्तारूढ़ पार्टी के अलावा सभी प्रमुख दल अपनी रणनीति बनाने में लग गए हैं. सपा साइकिल यात्रा कर रही है तो भाजपा राम मंदिर के भूमि पूजन की सालगिरह मनाने के साथ खाद्यान्न महोत्सव मनाया जा रही है. वहीं, बसपा ब्राह्मण सम्मेलन कर रही है. अब कांग्रेस भी अपने अस्तित्व को बचाने के लिए प्रदेश में लड़ाई लड़ रही है. 1989 के बाद कांग्रेस उत्तर प्रदेश में बनवास काट रही है. पीएन द्विवेदी कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की जमीन खत्म हो चुकी है. ऐसे में कांग्रेस की यह कवायद यदि सफल रहती है, पूरे प्रदेश में उसके कार्यकर्ता आंदोलन में शामिल होते हैं तो यह माना जाएगा कि कांग्रेस में कुछ जान आ रही है. अन्यथा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति बहुत ही खराब है.

योगी सरकार की खोलेंगे पोल
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशू अवस्थी कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में तीन दशक से हमारी सरकार नहीं है. कभी सपा, कभी बसपा और कभी भाजपा की सरकार रही है. मौजूदा समय में जो सरकार काम कर रही है, वह जन विरोधी है. योगी सरकार किसान विरोधी, युवा विरोधी और महिला विरोधी है. यह सरकार घोर जातिवादी सरकार है. इस सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है और किसान बेहाल हैं. अंशू अवस्थी ने कहा कि करीब 14 हजार करोड़ रुपये किसानों का बकाया मूल्य नहीं मिल पाया है. एमएसपी पर फसल खरीदने का ढिंढोरा पीटा जाता है लेकिन किसान दर-दर की ठोकरें खा रहा है. ऐसे में कांग्रेस लगातार सरकार के खिलाफ आवाज उठा रही है. कांग्रेस के अलावा कोई और दल सामने आकर लड़ाई नहीं लड़े हैं. अंशू अवस्थी ने कहा कि 9 और 10 अगस्त को प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में जाकर योगी सरकार की पोल खोलेंगे. सरकार की जनविरोधी गतिविधियों और उसके फैसलों के बारे में जनता को अवगत कराएंगे. इसे केवल दो दिन का अभियान नहीं समझा जाना चाहिए. इस अभियान से 2022 में योगी सरकार को उखाड़ फेंका जाएगा.

कांग्रेस अपने नेताओं की गद्दी छुड़ाने के लिए चलाए अभियान
वहीं, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस गद्दी छोड़ो अभियान चलाना चाह रही है. लेकिन पार्टी को सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी गद्दी छोड़ो अभियान चलाना चाहिए. क्योंकि गांधी परिवार ने उत्तर प्रदेश को बेसहारा छोड़ दिया है. प्रियंका गांधी पोलिटकल टूरिस्ट की तरह यूपी आती हैं, तमाम नेता चेहरा दिखाने के होड़ में रहती हैं, लेकिन वह चेहरा देखने से पहले ही चली जाती हैं. उन्होंने कहा कि इसिलए कांग्रेस पार्टी को नए नेता की जरूरत है.

लखनऊः उत्तर प्रदेश में दम तोड़ती कांग्रेस (Congress) ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election2022) में योगी सरकार (Yogi Government) को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया है. इसके लिए कांग्रेस 9 और 10 अगस्त को प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सरकार के खिलाफ अभियान चलाएगी. इस अभियान के माध्यम से सरकार की नाकामियों को जनता तक पहुंचाएगी. इसके साथ ही पार्टी सभी विधानसभा क्षेत्रों में अपने पुराने कार्यकर्ताओं को जोड़ने के लिए एक विशेष अभियान के तौर पर काम करेगी. हालांकि राजनीतिक विश्लेषक कांग्रेस के इस प्रस्तावित अभियान के सफल होने पर संशय व्यक्त कर रहे हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 3 दशक से ज्यादा समय से उत्तर प्रदेश की सत्ता से दूर कांग्रेस के पास कार्यकर्ताओं का अभाव है. ऐसे में प्रत्येक विधानसभा में आंदोलन सफल हो पाना बड़ी बात है. यदि कांग्रेस यह अभियान सफल कर पाती है तो निश्चित तौर पर यह माना जाएगा कि पार्टी को कहीं न कहीं से प्रदेश की जनता ऑक्सीजन देने जा रही है.

योगी सरकार के खिलाफ कांग्रेस चलाएगी अभियान.

प्रियंका गांधी को सीएम चेहरा बनाने की चर्चा
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के एक खेमे से यह आवाज उठी है कि यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव प्रियंका गांधी (Congress National Secretary Priyanka Gandhi) मुख्यमंत्री का चेहरा होंगी. अगर प्रियंका गांधी मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ती हैं तो निश्चित तौर पर कांग्रेस अपनी पूरी ताकत झोंक देगी. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशू अवस्थी कहते हैं कि 2017 से लेकर अब तक सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही है, जिसने योगी सरकार की गलत नीतियों का जमकर विरोध किया है. कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता ही सड़कों पर सरकार के खिलाफ उतरे हैं, बाकी दल शांत बैठे रहे. हम लोग सरकार के खिलाफ इस अभियान को और तेज करेंगे.

प्रियंका गांधी भी हो सकती हैं अभियान में शामिल
कांग्रेस के 9 और 10 अगस्त को चलने वाले इस अभियान में पार्टी की महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी भी शामिल हो सकती हैं. हालांकि पार्टी प्रियंका गांधी के दौरे को लेकर अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं कर रही है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत उनकी पूरी टीम के सभी पदाधिकारी बढ़चढ़कर हिस्सा लेंगे. फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारियों को भी अभियान में हिस्सा लेने को कहा गया है. कांग्रेस के टिकट पर जो लोग चुनाव लड़ना चाहते हैं उन सभी को भी पार्टी ने कहा है कि वह अपनी ताकत उस क्षेत्र में दिखाएंगे. जो लोग ताकत दिखाने में सफल रहेंगे उन्हें आगामी चुनाव में उतारा जाएगा. इसके अलावा पार्टी के पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे.

इन जिलों पर रहेगा ज्यादा फोकस
वैसे तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में अभियान पूरे जोर-शोर से चलाने वाली है लेकिन कुछ विशेष जिलों में उसका ज्यादा फोकस होगा. यह वह जिले होंगे जिनमें पार्टी का जनाधार ठीक है. इसके अलावा जिन लोकसभा चुनाव 2009 में कांग्रेस को जीत मिली थी, उन्हें भी कांग्रेस फोकस करेगी. पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ ही रायबरेली, अमेठी, कानपुर, सीतापुर, हरदोई, बाराबंकी, झांसी, बहराइच, कुशीनगर, सहारनपुर, अलीगढ़ जैसे जिलों में कांग्रेस का सरकार के विरोध में अभियान ज्यादा तेज होगा.

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति खराब
राजनीतिक विश्लेषक पीएन द्विवेदी कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव नजदीक हैं. ऐसे में सत्तारूढ़ पार्टी के अलावा सभी प्रमुख दल अपनी रणनीति बनाने में लग गए हैं. सपा साइकिल यात्रा कर रही है तो भाजपा राम मंदिर के भूमि पूजन की सालगिरह मनाने के साथ खाद्यान्न महोत्सव मनाया जा रही है. वहीं, बसपा ब्राह्मण सम्मेलन कर रही है. अब कांग्रेस भी अपने अस्तित्व को बचाने के लिए प्रदेश में लड़ाई लड़ रही है. 1989 के बाद कांग्रेस उत्तर प्रदेश में बनवास काट रही है. पीएन द्विवेदी कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की जमीन खत्म हो चुकी है. ऐसे में कांग्रेस की यह कवायद यदि सफल रहती है, पूरे प्रदेश में उसके कार्यकर्ता आंदोलन में शामिल होते हैं तो यह माना जाएगा कि कांग्रेस में कुछ जान आ रही है. अन्यथा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति बहुत ही खराब है.

योगी सरकार की खोलेंगे पोल
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशू अवस्थी कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में तीन दशक से हमारी सरकार नहीं है. कभी सपा, कभी बसपा और कभी भाजपा की सरकार रही है. मौजूदा समय में जो सरकार काम कर रही है, वह जन विरोधी है. योगी सरकार किसान विरोधी, युवा विरोधी और महिला विरोधी है. यह सरकार घोर जातिवादी सरकार है. इस सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है और किसान बेहाल हैं. अंशू अवस्थी ने कहा कि करीब 14 हजार करोड़ रुपये किसानों का बकाया मूल्य नहीं मिल पाया है. एमएसपी पर फसल खरीदने का ढिंढोरा पीटा जाता है लेकिन किसान दर-दर की ठोकरें खा रहा है. ऐसे में कांग्रेस लगातार सरकार के खिलाफ आवाज उठा रही है. कांग्रेस के अलावा कोई और दल सामने आकर लड़ाई नहीं लड़े हैं. अंशू अवस्थी ने कहा कि 9 और 10 अगस्त को प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में जाकर योगी सरकार की पोल खोलेंगे. सरकार की जनविरोधी गतिविधियों और उसके फैसलों के बारे में जनता को अवगत कराएंगे. इसे केवल दो दिन का अभियान नहीं समझा जाना चाहिए. इस अभियान से 2022 में योगी सरकार को उखाड़ फेंका जाएगा.

कांग्रेस अपने नेताओं की गद्दी छुड़ाने के लिए चलाए अभियान
वहीं, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस गद्दी छोड़ो अभियान चलाना चाह रही है. लेकिन पार्टी को सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी गद्दी छोड़ो अभियान चलाना चाहिए. क्योंकि गांधी परिवार ने उत्तर प्रदेश को बेसहारा छोड़ दिया है. प्रियंका गांधी पोलिटकल टूरिस्ट की तरह यूपी आती हैं, तमाम नेता चेहरा दिखाने के होड़ में रहती हैं, लेकिन वह चेहरा देखने से पहले ही चली जाती हैं. उन्होंने कहा कि इसिलए कांग्रेस पार्टी को नए नेता की जरूरत है.

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