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UP Assembly Election 2022: पांचवें चरण में हुआ 57.29 फीसदी मतदान - यूपी विधानसभा चुनाव 2022 लाइव

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के पांचवें चरण में 57.29 फीसदी मतदान हुआ है.

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Published : Feb 27, 2022, 10:15 AM IST

Updated : Feb 28, 2022, 6:25 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पांचवें चरण के 12 जिलों की 61 सीटों पर रविवार को मतदान संपन्न हो गया. पांचवें चरण में 57.29 प्रतिशत मतदान हुआ. चुनाव आयोग ने मतदान को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न होने का दावा किया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि 61 विधानसभा सीटों के लिए मतदान प्रातः 7.00 बजे से शुरू होकर शाम 6.00 बजे समाप्त हुआ. 12 जिले जिनमें अमेठी, रायबरेली की एक सीट (सलोन), सुलतानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती तथा गोंडा में सायं 6:00 बजे तक मिली सूचना के आधार पर कुल 55.15 प्रतिशत मतदान हुआ.


मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि मतदान में 2.25 करोड़ मतदाताओं (1.20 करोड़ पुरूष, 1.05 करोड़ महिला तथा 1727 थर्ड जेंडर) ने मतदान किया. उन्होंने कहा कि मतदान का आधिकारिक समय सायंकाल 6ः00 बजे तक है तथा 6ः00 बजे तक मतदेय स्थल पर उपस्थित सभी मतदाताओं को मतदान का अवसर प्रदान किये जाने के लिए जिलों को निर्देशित किया गया है. ऐसी स्थिति में मतदान प्रतिशत में बढ़ोत्तरी होना स्वाभाविक है, जो बाद में आयोग की तरफ से बताया जाएगा.

उन्होंने कहा कि मतदान की प्रक्रिया को स्वतंत्र और निष्पक्ष बनाये रखे जाने के उद्देश्य के लिए प्रभावी मॉनीटरिंग के लिए कुल 14,232 मतदेय स्थलों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई, जिसका पर्यवेक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग तीनों स्तर पर किया गया. इसके अलावा 1403 मतदेय स्थलों पर वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की गई थी. इस चरण में कुल 560 आदर्श मतदान केन्द्र, 171 सभी महिलाकर्मी स्पेशल बूथ बनाये गये थे, जिससे मतदाताओं को सुखद निर्वाचन प्रक्रिया की अनुभूति हो सके.

इस चरण में मतदान के लिए पोस्टल बैलट के लिए 4 श्रेणियां (80 वर्ष की आयु से अधिक के मतदाता, दिव्यांग, अनिवार्य सेवाएं तथा मतदान कमर्चारी) कुल 59,572 मतदाताओं को पोस्टल बैलट जारी किया गया, जिसमें से 52,757 मतदाताओं द्वारा पोस्टल बैलट कास्ट किया गया. 80 वर्ष की आयु से अधिक के मतदाता और दिव्यांग मतदाताओं में जिनके द्वारा पोस्टल बैलट का विकल्प चुना गया था, उनके पते पर जाकर मतदान दल की ओर से मतदान कराया गया. प्रक्रिया को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी बनाये जाने के लिए मतदान दल के साथ एक माइक्रो आब्जर्वर तथा वीडियोग्राफर की तैनाती की गई थी और प्रत्याशियों को सम्पूर्ण प्रक्रिया को देखने के लिए स्वयं अथवा अपने अभिकर्ता को भेजने के लिए मतदान दल का शिड्यूल उपलब्ध कराया गया था. 27,331 सेवा मतदाताओं को भी रिटर्निंग अधिकारी द्वारा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से (ईटीपीबीएस) पोस्टल बैलट का प्रेषण किया गया.

पांचवें चरण में 61 विधानसभा क्षेत्रों में 693 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 90 महिला प्रत्याशी हैं. विधान सभा क्षेत्र 257-प्रतापपुर से अधिकतम 25 प्रत्याशी तथा 189-सदर, 191-कादीपुर (अ.जा.), 268-बाराबंकी, 269-जैदपुर (अ.जा.), 272-हैदरगढ़ (अ.जा.), 273-मिल्कीपुर(अ.जा.) और 287-पयागपुर से न्यूनतम 7 प्रत्याशी मैदान में हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि पांचवें चरण के चुनाव में कुल 25,995 मतदेयस्थल तथा 14030 मतदान केन्द्र थे. मतदान पर सतर्क नजर रखने के लिए आयोग की तरफ से 60 सामान्य प्रेक्षक, 11 पुलिस प्रेक्षक तथा 20 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे. उक्त के अतिरिक्त 1941 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 250 जोनल मजिस्ट्रेट, 207 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2627 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये थे.

इसे भी पढ़ेंः पांचवें चरण के चुनाव के लिए प्रचार थमा, 27 को 692 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला

इसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से राज्य स्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, 1 वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक तथा 2 वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे, जिनके द्वारा क्षेत्र में रहकर सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया की मॉनिटरिंग की गई. मतदान में फ्लाइंग स्क्वायड, स्टैटिक सर्विलांस टीम और अन्य के द्वारा कुल 377 प्रकरण चुनाव संहिता के उल्लंघन पर दर्ज किये गये, जिन पर विधिक कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा जन सामान्य के लिए आदर्श चुनाव संहिता के उल्लंघन पर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विकसित मोबाइल एप सी-विजिल पर कुल 549 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें जांच के दौरान 293 शिकायतें सत्य पाई गईं और उन पर कार्रवाई की गई.

चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी. चुनाव में सभी 25, 995 मतदेयस्थलों के लिए मतदान के लिए आवश्यक ईवीएम और वीवीपैट तथा अलग-अलग जनपदों में पर्याप्त मात्रा में रिजर्व ईवीएम और वीवीपैट की व्यवस्था की गई थी. मतदान के दौरान जहां कहीं भी शिकायत प्राप्त हुई हैं, वहां तत्काल प्रभावी कार्रवाई करते हुए ईवीएम और वीवीपैट को बदलने की कार्यवाही की गई है. सभी जिलों से मिली सूचना के अनुसार मॉक पोल के दौरान कुल 0.59 प्रतिशत बीयू, 0.72 प्रतिशत सीयू और 1.27 प्रतिशत वीवीपैट बदले गये. मतदान प्रारम्भ होने के बाद शाम सायं 5ः00 बजे तक कुल 0.35 प्रतिशत बीयू, 0.35 प्रतिशत सीयू एवं 1.83 प्रतिशत वीवीपैट बदले गये.

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पांचवें चरण के 12 जिलों की 61 सीटों पर रविवार को मतदान संपन्न हो गया. पांचवें चरण में 57.29 प्रतिशत मतदान हुआ. चुनाव आयोग ने मतदान को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न होने का दावा किया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि 61 विधानसभा सीटों के लिए मतदान प्रातः 7.00 बजे से शुरू होकर शाम 6.00 बजे समाप्त हुआ. 12 जिले जिनमें अमेठी, रायबरेली की एक सीट (सलोन), सुलतानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती तथा गोंडा में सायं 6:00 बजे तक मिली सूचना के आधार पर कुल 55.15 प्रतिशत मतदान हुआ.


मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि मतदान में 2.25 करोड़ मतदाताओं (1.20 करोड़ पुरूष, 1.05 करोड़ महिला तथा 1727 थर्ड जेंडर) ने मतदान किया. उन्होंने कहा कि मतदान का आधिकारिक समय सायंकाल 6ः00 बजे तक है तथा 6ः00 बजे तक मतदेय स्थल पर उपस्थित सभी मतदाताओं को मतदान का अवसर प्रदान किये जाने के लिए जिलों को निर्देशित किया गया है. ऐसी स्थिति में मतदान प्रतिशत में बढ़ोत्तरी होना स्वाभाविक है, जो बाद में आयोग की तरफ से बताया जाएगा.

उन्होंने कहा कि मतदान की प्रक्रिया को स्वतंत्र और निष्पक्ष बनाये रखे जाने के उद्देश्य के लिए प्रभावी मॉनीटरिंग के लिए कुल 14,232 मतदेय स्थलों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई, जिसका पर्यवेक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग तीनों स्तर पर किया गया. इसके अलावा 1403 मतदेय स्थलों पर वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की गई थी. इस चरण में कुल 560 आदर्श मतदान केन्द्र, 171 सभी महिलाकर्मी स्पेशल बूथ बनाये गये थे, जिससे मतदाताओं को सुखद निर्वाचन प्रक्रिया की अनुभूति हो सके.

इस चरण में मतदान के लिए पोस्टल बैलट के लिए 4 श्रेणियां (80 वर्ष की आयु से अधिक के मतदाता, दिव्यांग, अनिवार्य सेवाएं तथा मतदान कमर्चारी) कुल 59,572 मतदाताओं को पोस्टल बैलट जारी किया गया, जिसमें से 52,757 मतदाताओं द्वारा पोस्टल बैलट कास्ट किया गया. 80 वर्ष की आयु से अधिक के मतदाता और दिव्यांग मतदाताओं में जिनके द्वारा पोस्टल बैलट का विकल्प चुना गया था, उनके पते पर जाकर मतदान दल की ओर से मतदान कराया गया. प्रक्रिया को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी बनाये जाने के लिए मतदान दल के साथ एक माइक्रो आब्जर्वर तथा वीडियोग्राफर की तैनाती की गई थी और प्रत्याशियों को सम्पूर्ण प्रक्रिया को देखने के लिए स्वयं अथवा अपने अभिकर्ता को भेजने के लिए मतदान दल का शिड्यूल उपलब्ध कराया गया था. 27,331 सेवा मतदाताओं को भी रिटर्निंग अधिकारी द्वारा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से (ईटीपीबीएस) पोस्टल बैलट का प्रेषण किया गया.

पांचवें चरण में 61 विधानसभा क्षेत्रों में 693 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 90 महिला प्रत्याशी हैं. विधान सभा क्षेत्र 257-प्रतापपुर से अधिकतम 25 प्रत्याशी तथा 189-सदर, 191-कादीपुर (अ.जा.), 268-बाराबंकी, 269-जैदपुर (अ.जा.), 272-हैदरगढ़ (अ.जा.), 273-मिल्कीपुर(अ.जा.) और 287-पयागपुर से न्यूनतम 7 प्रत्याशी मैदान में हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि पांचवें चरण के चुनाव में कुल 25,995 मतदेयस्थल तथा 14030 मतदान केन्द्र थे. मतदान पर सतर्क नजर रखने के लिए आयोग की तरफ से 60 सामान्य प्रेक्षक, 11 पुलिस प्रेक्षक तथा 20 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे. उक्त के अतिरिक्त 1941 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 250 जोनल मजिस्ट्रेट, 207 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2627 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये थे.

इसे भी पढ़ेंः पांचवें चरण के चुनाव के लिए प्रचार थमा, 27 को 692 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला

इसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से राज्य स्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, 1 वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक तथा 2 वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे, जिनके द्वारा क्षेत्र में रहकर सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया की मॉनिटरिंग की गई. मतदान में फ्लाइंग स्क्वायड, स्टैटिक सर्विलांस टीम और अन्य के द्वारा कुल 377 प्रकरण चुनाव संहिता के उल्लंघन पर दर्ज किये गये, जिन पर विधिक कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा जन सामान्य के लिए आदर्श चुनाव संहिता के उल्लंघन पर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विकसित मोबाइल एप सी-विजिल पर कुल 549 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें जांच के दौरान 293 शिकायतें सत्य पाई गईं और उन पर कार्रवाई की गई.

चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी. चुनाव में सभी 25, 995 मतदेयस्थलों के लिए मतदान के लिए आवश्यक ईवीएम और वीवीपैट तथा अलग-अलग जनपदों में पर्याप्त मात्रा में रिजर्व ईवीएम और वीवीपैट की व्यवस्था की गई थी. मतदान के दौरान जहां कहीं भी शिकायत प्राप्त हुई हैं, वहां तत्काल प्रभावी कार्रवाई करते हुए ईवीएम और वीवीपैट को बदलने की कार्यवाही की गई है. सभी जिलों से मिली सूचना के अनुसार मॉक पोल के दौरान कुल 0.59 प्रतिशत बीयू, 0.72 प्रतिशत सीयू और 1.27 प्रतिशत वीवीपैट बदले गये. मतदान प्रारम्भ होने के बाद शाम सायं 5ः00 बजे तक कुल 0.35 प्रतिशत बीयू, 0.35 प्रतिशत सीयू एवं 1.83 प्रतिशत वीवीपैट बदले गये.

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Last Updated : Feb 28, 2022, 6:25 AM IST
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