लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि समाजवादी पार्टी का कारवां जिस तरह से बढ़ रहा है, उससे साफ है कि 2022 में यूपी में भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं रहेगी. सरकार के मुखिया की भाषा बदल गई है, क्योंकि उत्तर प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है. जिस तरह से समाजवादी सरकार में काम हो रहे थे उस तरह के काम जनता दोबारा चाहती है. अखिलेश ने पार्टी मुख्यालय पर कई पुस्तकों का विमोचन किया और कई नेताओं के पार्टी में वापस आने पर उनका स्वागत किया.
'दूसरों के विकास की फोटो चुराती है सरकार'
सपा अध्यक्ष ने कहा कि आज किसान, व्यापारी, नौजवान सभी दुखी हैं. सरकार के पास अपना काम बताने को नहीं है. अभी तक ये सरकार नाम बदल रही थी, रंग बदल रही थी. समाजवादियों के काम पर अपना नाम लगा रही थी. अब तो दूसरे देशों और राज्यों के अन्य हिस्सों से फोटो चुराकर अपना नाम बता रही है. सोशल मीडिया ने भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री को दिखा दिया कि सोशल मीडिया का पावर क्या होता है. दुनिया में जो विकास हुआ है उनकी तस्वीरें लगाकर दिखा दिया मुख्यमंत्री को, कि आखिर विकास क्या है.
अखिलेश का कहना था एक भी काम इस सरकार का नहीं है, जिसका स्वयं शिलान्यास किया हो और उसका उद्घाटन कर रही हो. अपनी पार्टी के नेताओं को सम्मान देने के लिए भी इनके पास काम नहीं है. लखनऊ में राम मनोहर लोहिया यूनिवर्सिटी चल रही है, लेकिन यह सरकार एक भी यूनिवर्सिटी नहीं बना पाई. समाजवादी पार्टी की सरकार में बटेश्वर में मंदिर भी बने थे और भी तमाम अच्छे काम हुए थे. फिर से समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर बटेश्वर में काम कराया जाएगा.
योगी पर साधा अखिलेश ने निशाना
अखिलेश ने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री कुशीनगर गए थे, कुछ वर्षों पहले भी वहां गए थे. गरीब बच्चों से मिलना था तो उन्हें साबुन और शैंपू बंटवाए गए थे, वह इसी वजह से कि गरीबों के पास से बदबू न आ जाए. अखिलेश ने कहा कि गोरखपुर के लोगों को याद है कि ऑक्सीजन न होने से ही बच्चों की जान गई थी. इस सरकार ने ऑक्सीजन छीनी है. कोविड के समय लोग भागते रहे. इस सरकार ने न दवा का इंतजाम किया न अक्सीजन का. बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई.
अखिलेश ने कहा- सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है. किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी, लेकिन न आय बता रहे हैं और न महंगाई का कारण. सिलेंडर की कीमत कितनी हो गई है, सरसों का तेल कितना महंगा हो गया. सरकार से जब पूछा गया कि सरसों का तेल महंगा क्यों हो गया तो कहती है कि इसमें हमने मिलावट नहीं की इसलिए महंगा हो गया. अखिलेश ने बिलाल सहारनपुरी के गाने और गायक अल्तमश फरीदी की आवाज को लेकर उन्हें बधाई दी,
'सरकार को अपना चुनाव निशान बुलडोजर रख लेना चाहिए'
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार की यह सबसे बड़ी उपलब्धि है कि इनके पास बुलडोजर है. उसमें स्टेरिंग है अभी इधर चल रहा है, जब सरकार बदल जाएगी तो स्टेरिंग घूम जाएगी. जो मुख्यमंत्री आवास बना हुआ है उसका भी नक्शा पास नहीं है. बहुत लंबी सूची एलडीए के पास होगी. मैं अयोध्या में गरीबों के घर पर बुलडोजर चलाने की निंदा करता हूं. सरकार राजनीति में मर्यादाओं की परवाह नहीं कर रही है. समाजवादी सरकार बनेगी तो पूरा सम्मान वापस होगा. गरीबों को नए घर दिए जाएंगे. अधिकारियों की सूची तैयार कर रहे हैं, वह यह ना समझें कि इस तरह के काम के बाद बच जाएंगे. सरकार के इशारे पर जो काम कर रहे हैं, बस पांच महीने और रुक जाएं.
'अपनी आई साइड चेक करा लें मुख्यमंत्री'
सपा सरकार के कार्यकाल के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निंदा की, इस पर अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी आई साइड चेक करा लें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल खड़ा करते हुए अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री को डायल 100 का डाटा मंगा लेना चाहिए. उत्तर प्रदेश में अपराध कौन बढ़ा रहा है यह पता चल जाएगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने अपने मुकदमे खुद वापस लिए.
मुख्तार को शामिल करने के सवाल पर खामोश
मुख्तार अंसारी को बहुजन समाज पार्टी ने टिकट देने से मना कर दिया है, तो समाजवादी पार्टी में मुख्तार को शामिल करने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि मैं बहन जी का पूरा सम्मान करता हूं और उनके किसी सवाल का जवाब नहीं दूंगा. बिजनौर में एक राष्ट्रीय खिलाड़ी के साथ हुई घटना व अब तक कोई संज्ञान न लेने पर अखिलेश ने सरकार पर निशाना साधा.
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'2022 में पूरा यूपी अखिलेश के साथ'
इस मौके पर समाजवादी पार्टी के नेता रामविलास सुमन ने समाजवादी पार्टी शामिल होने वाले सभी लोगों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोग सपा में शामिल हो रहे हैं, विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) में पूरा यूपी समाजवादी पार्टी के साथ होगा. योगी आदित्यनाथ से अखिलेश यादव की सरकार कई गुना अच्छी थी. मोदी ने कान पकड़कर मुख्यमंत्री बदल दिए. चाहे कर्नाटक हो उत्तराखंड हो या फिर गुजरात. भला कहीं ऐसा होता है कि ऐसे मुख्यमंत्री बदल दिए जाएं.