लखनऊ. सपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसान, नौजवान समेत सभी लोगों से मतदान की अपील की. उन्होंने कहा कि सपा गठबंधन के प्रत्याशियों की जीत से जनता के अधिकारों, अवसरों और सम्मान की रक्षा होगी. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के अंतिम व सातवें चरण का कल 7 मार्च 2022 को वोट पड़ना है. इसे लेकर उन्होंने बड़ी तादाद में मतदान करने की अपील की है.
सपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज जारी बयान में कहा कि अब तक के 6 चरणों के मतदान में सपा और गठबंधन के पक्ष में जनता ने 300 सीटों पर विजय की मुहर लगा दी है. शुरू से ही जनता ने सपा को ही मजबूत और भरोसे लायक विकल्प मान लिया है. भाजपा राज में जिस तरह समाज के सभी वर्गों को परेशान किया गया है, वह भुलाया नहीं जा सकता है. महंगाई और बेरोजगारी ने लोगों की कमर तोड़ दी है. उससे जनता में भाजपा के प्रति गहरी नाराजगी है. जहां भाजपा 700 किसानों की मौत की जिम्मेदार है, वहीं युवा पीढ़ी के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी क्षम्य नहीं है.
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यादव ने कहा कि यूपी के बीते 5 वर्षों के भाजपा सरकार में संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया गया. संविधान प्रदत्त अधिकारों पर हमला हुआ है. दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक समेत वंचित एवं कमजोर वर्गों के साथ सत्ता संरक्षण के बलबूते उत्पीड़न किया गया है.
आधी आबादी के साथ अपमानजनक घटनाओं की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है. किसानों के साथ अत्याचार हुआ है. रोजगार की मांग कर रहे नौजवानों पर लाठियां बरसायी गईं. यूपी में अपराध, अराजकता और अत्याचार का जैसा तांडव भाजपा सरकार में हुआ ऐसा उदाहरण अंग्रेजी शासनकाल में भी नहीं दिखाई पड़ता.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पांच साल से कराह रही जनता के साथ हुए अन्याय और अपमान की घटनाओं के खिलाफ सपा पूरी मजबूती से डटी रही. सपा ने अनेक जनकल्याणकारी नीतियों को अपने वचन पत्र में शामिल कर सरकार बनने पर अविलंब लागू कराने का भरोसा जनता को दिया है.
यादव ने कहा कि सपा की बुनियाद में स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्य हैं. संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति सपा प्रतिबद्ध है. समतामूलक समाज की स्थापना के साथ प्रदेश में समृद्धि और खुशहाली के लिए कार्य करना ही समाजवादी पार्टी की रीति-नीति है. विकास का हमारा विजन स्पष्ट और दूरदर्शी है. इसमें व्यक्ति की गरिमा के सम्मान के साथ सामाजिक परिवर्तन की अवधारणा भी शामिल है.
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