हैदराबाद. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022 ) को लेकर प्रदेश में सरगर्मियां तेज हो गई हैं. हर पार्टी के नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इसी कड़ी में बीएसपी सुप्रीमो मायावती भी लगातार ट्वीट के जरिये विपक्षियों पर लगातार हमला कर रही हैं. मायावती ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा है, "बीएसपी को छोड़ सभी पार्टियों की सरकारें राजनीति के अपराधीकरण व अपराध के राजनीतिकरण, कानून के साथ खिलवाड़ तथा अपनी पार्टी के गुण्डों व माफियाओं को संरक्षण आदि से यूपी को जंगलराज में ढकेल, इसे गरीब व पिछड़ा बनाए रखकर जनता को त्रस्त करने की दोषी, किन्तु इनकी जुमलेबाजी जारी है".
वहीं मायावती ने बीते सोमवार को ट्वीट करके कहा था कि भय, भ्रष्टाचार, भेदभाव व जान-माल-मजहब की असुरक्षा अर्थात् यूपी की बदतर कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी व लाखों पलायन आदि विशाल आबादी वाले इस राज्य की सबसे बड़ी समस्याएं हैं, जो लगातार बढ़ती ही जा रही हैं. लोगों में कुण्ठा पैदा कर रही हैं तथा समाज व प्रदेश पिछड़ रहा है, यह अति-दुःखद है.
वहीं मायावती ने लिखा है कि यूपी में बीएसपी की रही सरकार में लगभग ढाई लाख गरीब परिवारों को बुनियादी सुविधाएं-युक्त आवास उपलब्ध कराया व करीब 15-20 लाख मकानों की तैयारी चल रही थी, किन्तु सरकार बदलने के कारण यह कार्य अधूरा रह गया, जिसे ही भाजपा भुनाने का प्रयास कर रही है. इन्होंने अपना क्या किया?
बता दें, बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर ट्वीट के जरिये लगातार हमला कर रही हैं. बीते रविवार को भी मायावती ने ट्वीट कर कहा था कि 'शायद पश्चिमी यू.पी. की जनता को यह मालूम नहीं है कि गोरखपुर में योगी जी का बना मठ जहां वो अधिकांश निवास करते हैं, वो कोई बड़े बगंले से कम नहीं है. यदि इस बारे में भी यह बता देते तो बेहतर होता.मायावती ने आगे ट्वीट कर कहा था कि 'साथ ही, यह भी बेहतर होता यदि यूपी के सीएम अपनी सरकार की तारीफ के साथ-साथ बीएसपी सरकार के जनहित से जुड़े कार्यों का भी कुछ उल्लेख कर देते, क्योंकि इन्हें मालूम होना चाहिए कि गरीबों को मकान व भूमिहीनों को जमीन देने के मामले में बीएसपी सरकार का रिकार्ड बेहतरीन रहा है.'