लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के मद्देनजर बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को बसपा मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. मायावती ने पार्टी के 10 मण्डलों के वरिष्ठ एवं जिम्मेदार पदाधिकारियों के साथ बैठक करके चुनावी रणनीति व तैयारियों पर चर्चा की. बैठक के दौरान बसपा सुप्रीमो ने पार्टी नेताओं से पार्टी संगठन की सभी कमेटियों, खासकर पोलिंग बूथ कमेटियों के कार्यकलापों व उनकी तैयारियों आदि की गहन समीक्षा की. मायावती ने सभी चुनावी तैयारियों को युद्ध स्तर पर पूरा करने का सख्त निर्देश दिया. साथ ही मायावती ने भाजपा, सपा व कांग्रेस पर निशाना भी साधा.
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस बैठक में सभी को हिदायत दी कि पूरी कमेटी के गठन व उन्हें कैडर बैठकों के जरिए सभी को उनकी जिम्मेदारी स्पष्ट तौर पर बताई जाए. उनके कार्याें की लगातार समीक्षा की प्रगति रिपोर्ट से उन्हें भी अपडेट रखा जाए. मायावती ने कहा- आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के अति महत्वाकांक्षी मानवतावादी बीएसपी मूवमेन्ट के प्रति पूरी ईमानदारी, निष्ठा व तन, मन, धन से काम करने का आह्वान करते हुए कहा कि परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर एवं कांशीराम के मिशन को लोकतांत्रिक संघर्षों से पूरा करने की जिम्मेदारी, जब उन महापुरुषों की तरह ही ली है, तो विरोधियों के षडयंत्रों व हथकण्डों आदि का सामना करते हुए कांटों भरे रास्तों से गुजरना ही होगा.
मायावती ने कहा- बीएसपी हमेशा से गरीबों, मजलूमों, उपेक्षितों, शोषितों व पीड़ितों के हितों की रक्षा को समर्पित पार्टी व मूवमेन्ट है. वहीं कांग्रेस, भाजपा व सपा आदि पार्टियां हाथ धोकर इस मूवमेन्ट को बदनाम व उसके नेतृत्व की छवि को धूमिल करने में ही ज्यादा लगी रहती हैं. चुनाव के समय में तो यह सिलसिला और भी अधिक घिनौना हो जाता है, जो किसी से भी छिपा हुआ नहीं है. किन्तु इन सबके बावजूद बीएसपी मूवमेन्ट न केवल जीवित व जीवन्त है, बल्कि सर्वसमाज के समर्थन व योगदान से फल-फूल भी रहा है.
मायावती ने कहा- राजनीतिक व चुनावी उतार-चढ़ाव का सामना क्या बीजेपी ने नहीं किया है ? यह पार्टी भी आजादी के बाद से अपना नाम बदलते रहने के बावजूद लगातार देश की सत्ता से लगभग बाहर ही रही है. किन्तु अब कांग्रेस पार्टी के काले कारनामों की वजह से देश व यूपी की सत्ता में आ गई है. लेकिन मानवतावादी संविधान को लागू करने का संवैधानिक दायित्व व राजधर्म आदि निभाने के बजाय आरएसएस के संकीर्ण व विभाजनकारी एजेण्डे को देश के लोगों पर जबरदस्ती थोपने की कोशिश में लगी रहती है. बीजेपी की अपनी गलत नीतियों व कार्यकलापों से करोड़ों लोगों पर बढ़ती गरीबी, हर प्रकार की महंगाई, अति बेरोजगारी, व्यर्थ के तनाव व हिंसा आदि की भरमार रही है. इससे यूपी ही नहीं बल्कि पूरे देश की जनता त्रस्त व बदहाल है. जनता इनसे मुक्ति पाने को बेचैन है.
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मायावती ने आगे कहा- यही वास्तविक कारण है कि भाजपा अपना जनाधार व लोकप्रियता भी बहुत तेजी से खोती चली जा रही है. लेकिन मीडिया ऐसी खबरों का ज्यादातर दबाने में लगा हुआ है. जबकि खासकर यूपी में बीएसपी लोगों की पहली पसन्द बनकर उभर रही है. इसीलिए जनता की आशाओं व उपेक्षाओं पर बीएसपी के लोगों को अभी से ही खरा उतरना लाज़िमी हो गया है. बीएसपी को सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की एक अनुशासित पार्टी की अपनी खास पहचान बनाए रखने के लिए सही लोगों को ही आगे बढ़ाना है, पार्टी के जिम्मेदार लोगों को इस बात का खास ख्याल रखना होगा.