लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में राजनीतिक दल खर्चे में मनमानी नहीं कर पाएंगे. लखनऊ जिला प्रशासन ने चुनावी खर्चों का आकलन कर सभी गतिविधियों की दर निर्धारित कर उसकी सूची जारी कर दी है. खास बात यह है कि जिला प्रशासन ने चाय-समोसे से लेकर ट्यूबलाइट और बल्ब तक के खर्च तय किए गए हैं. खुद प्रत्याशी ही नहीं बल्कि जिला प्रशासन की टीम भी इस पर नजर रखेगी.
गौरतलब है कि चुनाव के दौरान होने वाले अनाप-शनाप खर्चों पर लगाम लगाने के लिए यह व्यवस्था की गई है. बीते 10 जनवरी को तमाम राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ जिला प्रशासन की बैठक हुई थी. जिसके बाद जिला प्रशासन की तरफ से वस्तुओं और सुविधाओं का रेट फिक्स कर लिस्ट जारी की गई है. इसके चलते कोई भी पार्टी चाय और समोसे पर 6 प्रति व्यक्ति से ज्यादा नहीं खर्च कर पाएगी. इसी तरह विजिटिंग कार्ड छपवाने पर 100 रुपये प्रति दर के हिसाब से भुगतान किया जा सकता है. वहीं चार पूरी सब्जी के नाम से 37 रुपये, एक मीटर की माला के लिए 16 रुपये खर्च तय किया गया है.
इसके अलावा कूलर पर 53 रुपये, एंप्लीफायर माइक्रोफोन सहित लाउडस्पीकर पर 735 रुपये, ट्यूब लाइट बल्ब पर 11 रुपये, हैलोजन पर 19 रुपये, सीलिंग फैन पर 19 रुपये और पेडेस्टल फैन पर 42 रुपये की दर से खर्च किया जा सकता है. इसके साथ ही कपड़े के बैनर पर 11 से 21 रुपये प्रति फुट, छोटी झंडी पर 11 रुपये, बड़े झंडे पर 63 रुपये की दर से खर्च तय किया गया है.
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बीएमडब्ल्यू मर्सिडीज का प्रतिदिन का खर्च 21 हजार रुपये और जीप बोलेरो सूमो का 1,950 रुपए डीजल के साथ तय किया गया है. इनोवा फॉर्च्यूनर का 2310 रुपये डीजल के साथ और ऑटो रिक्शा का 840 रुपये डीजल के साथ निर्धारित किया गया है. इसके साथ ही एसी कमरे का 2,940 से लेकर 5,775 रुपये और नॉन एसी होटल के कमरे का 766 से लेकर 1975 रुपये किराया निर्धारित किया गया है.
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