लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण से ठीक एक दिन पहले बुधवार को चुनाव आयोग ने गोंडा जिलाधिकारी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. गोंडा जिलाधिकारी मार्कंडेय शाही पर कार्रवाई के साथ ही चुनाव आयोग ने नियुक्ति विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए विशेष सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उज्जवल कुमार को गोंडा का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया है.
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने पिछले दिनों गोंडा जिलाधिकारी की शिकायत की थी. समाजवादी पार्टी ने अपनी शिकायत में कहा था कि जिलाधिकारी मार्कंडेय शाही भारतीय जनता पार्टी के कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र से सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी रिश्तेदार हैं. इसके साथ ही सांसद के बेटे भाजपा विधायक व उम्मीदवार प्रतीक भूषण चुनाव को प्रभावित कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया था कि जिलाधिकारी मार्कंडेय शाही भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में उनके रहते हुए गोंडा में निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराया जाना संभव नहीं है. इसके बाद आज निर्वाचन आयोग ने गोंडा जिलाधिकारी को तत्काल प्रभाव से हटाकर नए जिलाधिकारी के रूप में विशेष सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक उज्जवल कुमार को तैनात कर दिया है.
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उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने जिलाधिकारी गोंडा को हटाकर उज्जवल कुमार को जिलाधिकारी गोंडा बनाए जाने की जानकारी दी है. चुनाव आचार संहिता लगने के बाद सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण शरण सिंह जोकि गोंडा से विधायक हैं. वह भाजपा के उम्मीदवार भी हैं.
उन्होंने कई रैलियां व जनसभा की थी, जिस पर शिकायत करने के बाद भी गोंडा डीएम ने कार्रवाई नहीं की थी. इसके बाद सपा नेताओं ने अपने शीर्ष नेतृत्व को इस बात से अवगत कराया था. मामले में 20 जनवरी को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने ज्ञापन देकर चुनाव आयोग मीडियम गोंडा को तत्काल प्रभाव से हटाए जाने की मांग की थी. कई दिन बीत जाने के बाद निर्वाचन आयोग ने बुधवार को उन्हें हटाने की कार्रवाई की.
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