लखनऊ: देश में निजीकरण को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने शनिवार को भाजपा पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि निजीकरण के जरिए भाजपा पूंजीपतियों के विकास में जुटी है. उन्होंने कहा कि बसपा देश की पूंजी के विकास की पक्षधर है. मायावती ने बैंककर्मियों की हड़ताल का समर्थन किया.
यूपी में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं. ऐसे में अब बसपा भी आक्रमक मूड में है. किसान आंदोलन हो या फिर लखीमपुर हिंसा हर मसले पर बसपा नेता भाजपा और सरकार को आड़े हाथों लेते रहे हैं. यही नहीं अभी तक शांत रहीं बसपा प्रमुख मायावती भी समय-समय पर पत्रकार वार्ता कर सरकार व विपक्षी दलों पर बरसने से नहीं चूक रही हैं.
निजीकरण को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि बसपा गरीब-मेहनतकश जनता का दुख-दर्द समझती है. इसलिए पूंजीपतियों के धन के विकास के बजाए देश की पूंजी में विकास चाहती है. ऐसे में बसपा सरकारी बैंकों के निजीकरण की समर्थक नहीं है. वहीं, भाजपा सरकार निजीकरण में ही व्यस्त है. उन्होंने कहा कि देश के नौ लाख बैंककर्मी इसके विरोध में हैं. उन्होंने अपना वेतन कटने के बाद भी हड़ताल की. यह किसानों के आंदोलन की तरह ही जुझारू रहा. सरकार बैंकों के निजीकरण पर पुनर्विचार करे.
यह भी पढ़ें: सपा नेताओं के घरों पर इनकम टैक्स की छापेमारी पर बोले अखिलेश, अब आयकर विभाग भी लड़ेगा चुनाव
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि मुरादाबाद के भोजपुर गांव में घरेलू विवाद में पुलिस पहुंची. यह विवाद पति-पत्नी का था. आरोप है पति भूपेंद्र पांडेय की पुलिस ने इतनी पिटाई कर दी कि उसकी मौत हो गई. घटना को लेकर बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि बुलडोजर वाली सरकार में पुलिस के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि कभी हिरासत में पीट-पीटकर मार देते हैं और कभी लोगों के घर जाकर पीटकर हत्या कर देते हैं. यह भाजपा सरकार अंग्रेजों की क्रूरता की याद दिला रही है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप