ETV Bharat / state

मायावती ने पार्टी के पदाधिकारियों को दिया चुनावी मंत्र...बुंदेलखंड विकास मंच ने की हाथी की सवारी - up assembly election 2022

बसपा प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) ने आज पदाधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें चुनावी मंत्र दिया. इसके साथ ही बसपा सरकार के कार्यों का फोल्डर जारी किया. बसपा में हुआ बुंदेलखंड विकास मंच का विलय

मायावती.
मायावती.
author img

By

Published : Nov 23, 2021, 1:52 PM IST

Updated : Nov 23, 2021, 8:12 PM IST

लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) की मां का कुछ दिन पहले निधन हो गया था. ऐसे में पार्टी की गतिविधियां थमी रहीं. वहीं, विधानसभा चुनाव को लेकर मायावती जल्द ही दिल्ली से लखनऊ लौटीं. पार्टी मुख्यालय पर ताबड़तोड़ विधानसभाओं की समीक्षा बैठकें शुरू कीं. मंगलवार को उन्होंने सुरक्षित सीटों के पदाधिकारियों संग बैठक की और उन्हें चुनावी मंत्र दिया. साथ ही बसपा सरकार के कार्यों का फोल्डर जारी किया. इसे कार्यकर्ता गांव-गांव बांटेंगे. इस दौरान किसानों के मसलों को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा.

उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों को जल्द पूरा किया जाएं. बसपा प्रमुख मायावती की मां का 13 नवम्बर को निधन हो गया था. इस दौरान वे दिल्ली चली गई थीं. ऐसे में पार्टी गतिविधियों पर कुछ दिन तक ब्रेक लग गया था, लेकिन जल्द ही लखनऊ लौटकर विधान सभा चुनाव की तैयारियों में जुट गईं. इस दौरान चार मंडलों की समीक्षा बैठक की और विधानसभा, सेक्टर, पोलिंग बूथ कमेटी के कार्यों को जाना.

मायावती ने की बैठक.

बसपा प्रमुख ने आज यूपी की 86 सुरक्षित सीटों के विधानसभा अध्यक्षों की बैठक ली. इसमें 84 एससी और 2 एसटी सीट के पदाधिकारी जुटे. उनसे विधानसभा में बनी बूथ लेवल कमेटी के कार्यों को जाना. साथ ही एक फोल्डर जारी किया. इसमें बसपा सरकार के कार्यों का लेखा-जोखा है. कार्यकर्ता गांव-गांव बसपा कार्यों का बखान करेंगे. मायावती ने कहा कि फोल्डर में कई ऐसी योजना हैं, जोकि बसपा सरकार की हैं. उन्हें भाजपा-सपा नाम बदलकर अपनी उपलब्धियों में गिना रही हैं. ऐसे में जनता हकीकत समझ सकेगी.

मायावती ने कहा कि पार्टी में अपर कास्ट को भी जोड़ने का काम किया जा रहा है. खासकर ब्राह्मणों को जोड़ने के लिए बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को कमान सौंपी गई है. वर्ष 2007 की तरह बसपा अधिक से अधिक सीटें जीतने पर फोकस करेगी. बीएसपी हवाई घोषणा पत्र जारी नहीं करती, बल्कि काम करती है. वहीं, पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं की बंद कमरे में मीटिंग लेने की सलाह दी. साथ ही उनके कामों का रिव्यू लेने के लिए कहा.

यह भी पढ़ें: ब्राह्मणों को रिझाने की कोशिश, अटल बिहार वाजपेयी के नाम पर होगा यमुना एक्सप्रेसवे !

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि कई पन्नों का फोल्डर शहर, कस्बा और गांवों में वितरित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार बनने पर गरीब, मजदूर, महिला, युवा, व्यापारी, छात्रों को ध्यान में रखकर बसपा काम करेगी. सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय ही बसपा की नीति है.

बसपा में हुआ बुंदेलखंड विकास मंच का विलय
बसपा में मंगलवार को बुंदेलखंड विकास मंच का विलय हो गया. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र की मौजूदगी में बुंदेलखंड विकास मंच के पदाधिकारियों ने बसपा की सदस्यता ली. बुंदेलखंड विकास मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास झा, प्रदेश अध्यक्ष चौधरी दशरथ सिंह व राजीव गांधी पंचायती राज संगठन कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव पद को त्याग कर पंडित ललित कुमार खेमरिया व अखिल भारतीय प्रजापति कुंभकार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित कुमार प्रजापति ने बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ली.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) की मां का कुछ दिन पहले निधन हो गया था. ऐसे में पार्टी की गतिविधियां थमी रहीं. वहीं, विधानसभा चुनाव को लेकर मायावती जल्द ही दिल्ली से लखनऊ लौटीं. पार्टी मुख्यालय पर ताबड़तोड़ विधानसभाओं की समीक्षा बैठकें शुरू कीं. मंगलवार को उन्होंने सुरक्षित सीटों के पदाधिकारियों संग बैठक की और उन्हें चुनावी मंत्र दिया. साथ ही बसपा सरकार के कार्यों का फोल्डर जारी किया. इसे कार्यकर्ता गांव-गांव बांटेंगे. इस दौरान किसानों के मसलों को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा.

उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों को जल्द पूरा किया जाएं. बसपा प्रमुख मायावती की मां का 13 नवम्बर को निधन हो गया था. इस दौरान वे दिल्ली चली गई थीं. ऐसे में पार्टी गतिविधियों पर कुछ दिन तक ब्रेक लग गया था, लेकिन जल्द ही लखनऊ लौटकर विधान सभा चुनाव की तैयारियों में जुट गईं. इस दौरान चार मंडलों की समीक्षा बैठक की और विधानसभा, सेक्टर, पोलिंग बूथ कमेटी के कार्यों को जाना.

मायावती ने की बैठक.

बसपा प्रमुख ने आज यूपी की 86 सुरक्षित सीटों के विधानसभा अध्यक्षों की बैठक ली. इसमें 84 एससी और 2 एसटी सीट के पदाधिकारी जुटे. उनसे विधानसभा में बनी बूथ लेवल कमेटी के कार्यों को जाना. साथ ही एक फोल्डर जारी किया. इसमें बसपा सरकार के कार्यों का लेखा-जोखा है. कार्यकर्ता गांव-गांव बसपा कार्यों का बखान करेंगे. मायावती ने कहा कि फोल्डर में कई ऐसी योजना हैं, जोकि बसपा सरकार की हैं. उन्हें भाजपा-सपा नाम बदलकर अपनी उपलब्धियों में गिना रही हैं. ऐसे में जनता हकीकत समझ सकेगी.

मायावती ने कहा कि पार्टी में अपर कास्ट को भी जोड़ने का काम किया जा रहा है. खासकर ब्राह्मणों को जोड़ने के लिए बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को कमान सौंपी गई है. वर्ष 2007 की तरह बसपा अधिक से अधिक सीटें जीतने पर फोकस करेगी. बीएसपी हवाई घोषणा पत्र जारी नहीं करती, बल्कि काम करती है. वहीं, पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं की बंद कमरे में मीटिंग लेने की सलाह दी. साथ ही उनके कामों का रिव्यू लेने के लिए कहा.

यह भी पढ़ें: ब्राह्मणों को रिझाने की कोशिश, अटल बिहार वाजपेयी के नाम पर होगा यमुना एक्सप्रेसवे !

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि कई पन्नों का फोल्डर शहर, कस्बा और गांवों में वितरित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार बनने पर गरीब, मजदूर, महिला, युवा, व्यापारी, छात्रों को ध्यान में रखकर बसपा काम करेगी. सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय ही बसपा की नीति है.

बसपा में हुआ बुंदेलखंड विकास मंच का विलय
बसपा में मंगलवार को बुंदेलखंड विकास मंच का विलय हो गया. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र की मौजूदगी में बुंदेलखंड विकास मंच के पदाधिकारियों ने बसपा की सदस्यता ली. बुंदेलखंड विकास मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास झा, प्रदेश अध्यक्ष चौधरी दशरथ सिंह व राजीव गांधी पंचायती राज संगठन कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव पद को त्याग कर पंडित ललित कुमार खेमरिया व अखिल भारतीय प्रजापति कुंभकार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित कुमार प्रजापति ने बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ली.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : Nov 23, 2021, 8:12 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.