लखनऊ: यूपी विधानसभा की चुनावी तारीख नजदीक आते ही पार्टियों ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतारने शुरु कर दिए हैं. आम आदमी पार्टी ने लखनऊ पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से आलोक सिंह पर भरोसा जताया है. पेशे से इंजीनियर आलोक करीब 9 सालों से शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर दूसरों की हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. आलोक सिंह यूएसए में एक निजी कंपनी में इंजीनियर थे. इन्होंने 2012 में अन्ना आंदोलन में शामिल होने के चलते नौकरी छोड़ दी.
आलोक कहते हैं कि अन्ना आंदोलन ने उन्हे देश लौटकर अपनों की सेवा करने की राह दिखाई. यह बड़ी बात है कि आम आदमी पार्टी ने भरोसा दिखाया और अपने टिकट पर जनता के बीच जाने का मौका दिया. आलोक ही नहीं बल्कि उनके जैसे कई डॉक्टर, इंजीनियर, पीएचडी होल्डर इस बार आम आदमी पार्टी के टिकट पर जनता के बीच पहुंच रहे हैं. जानकारों की माने तो आम आदमी पार्टी ने यह फार्मूला दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भी अपनाया था. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और दिल्ली में राजेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक राघव चड्ढा जैसे कई नाम इस सूची में शामिल हैं.
लखनऊ विश्वविद्यालय के ग्रामीण विकास विभाग के प्रोफेसर संजय गुप्ता कहते हैं कि आम आदमी पार्टी का यह फार्मूला दिल्ली में काफी हद तक सफल रहा. जहां डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टर्ड अकाउंटेंट जैसे प्रोफेशनल्स को उन्होंने चुनावी मैदान में उतारा और जीत भी हासिल की है. बता दें कि उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है. यह प्रयोग भी कई मायनों में नया है. ऐसे में अब देखना है कि आपके यह चेहरे उत्तर प्रदेश की जनता को कितना अपनी ओर आकर्षित कर पाएंगे.
यह प्रोफेशनल लोग चुनावी मैदान में हैं- मुजफ्फरनगर की पुरकाजी सीट से पार्टी ने डॉक्टर अनिल कुमार को टिकट दिया है, वह पीएचडी होल्डर हैं. प्रयागराज दक्षिण की सीट से डॉक्टर अल्ताफ अहमद को चुनावी मैदान में उतारा गया है. वह पेशे से डॉक्टर है और बीएचएमएस, बीयूएमएस की डिग्री उनके पास है. गाजियाबाद साहिबाबाद सीट से पीएचडी होल्डर डॉक्टर छवि यादव को आम आदमी पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया है. औरैया की दिव्यापुर सीट से जिस अंकिता यादव को पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है वह एमएससी और एम.फिल डिग्री होल्डर है. मेरठ कैंट की सीट से मदन सिंह मान पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं. आम आदमी पार्टी के आंकड़ों पर भरोसा करें तो अभी तक जारी की गई 150 उम्मीदवारों की सूची में 8 उम्मीदवार एमबीए, 38 पोस्ट ग्रेजुएट, 4 डॉक्टर, 8 पीएचडी होल्डर, 7 इंजीनियर शामिल हैं.