लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हिस्सा लिया. ऑन ई-मोबिलिटी, व्हीकल एंड फ्यूचर मोबिलिटी पर संगोष्ठी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने विचार साझा किए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की जमकर प्रशंसा की.
सत्र को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि यूपी उनके नेतृत्व में तेजी से विकास कर रहा है. उत्तर प्रदेश में इस समय इन्वेस्टर्स के लिए सबसे बेहतरीन मौका है. लोग निवेश करें उनका निवेश सुरक्षित रहेगा. उन्होंने सीएम को उत्तर प्रदेश में लंदन मॉडल लागू करने का सुझाव भी दिया.
योगी का विजन उत्तर प्रदेश की बदलेगा तस्वीरः केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 'ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ह्रदय से धन्यवाद करता हूं. देश के इतिहास में उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा इन्वेस्टमेंट उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हो रहा है. उनका यह विजन उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल देगा. उत्तर प्रदेश में गरीबी दूर करने के लिए रोजगार का निर्माण करना पड़ेगा. इंडस्ट्री आएगी तो इन्वेस्टमेंट आएगा और रोजगार मिलेगा तो गरीबी दूर होगी. योगी की गाड़ी हाईवे पर हाई स्पीड से दौड़ रही है. मुझे भरोसा है उत्तर प्रदेश के लोगों की गरीबी बहुत जल्द दूर होगी.'
मंत्री ने आगे का कि 'सीएम योगी का यह बेहतरीन प्रयास है. हमारा 85 परसेंट डीजल, पेट्रोल आयात होता है और इससे करोड़ों रुपए बाहर जाते हैं. अब हमें अपना देश बेहतर बनाना है और निर्यात करना है. इस दिशा में हम काम कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश की इसमें सबसे बड़ी भूमिका है. उत्तर प्रदेश की क्षमता 200000 करोड़ इकोनामी बनाने की है. मुझे पूरी उम्मीद है योगी आदित्यनाथ इसमें जरूर सफल होंगे. हमारे देश में चार करोड़ रोजगार ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने पैदा किया है. इसी इंडस्ट्री ने जीएसटी के रूप में केंद्र और राज्य सरकार को सबसे ज्यादा टैक्स किया है.'
युवा सबसे ज्यादा टैलेंटेडः गडकरी ने आगे कहा कि '7.5 लाख करोड़ की इस इंडस्ट्री को हमें पांच साल में 15 लाख करोड़ का बनाना है. विश्व में सबसे ज्यादा मैन पावर हिंदुस्तान में है. हमारे यहां युवा सबसे ज्यादा टैलेंटेड है. विश्व में सबसे ज्यादा इंजीनियरों की मांग भारतीय इंजीनियरों की ही है. टेक्नोलॉजी ओरिएंटेड इन्वेस्टर्स को योगी ने रेड कार्पेट डाला है. इन्वेस्टर्स यूपी में भरपूर इन्वेस्ट करें. इन्वेस्टर्स के लिए गोल्डन अपॉर्चुनिटी है कि वह उत्तर प्रदेश में जमकर इन्वेस्ट करें, क्योंकि यहां पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बेहतरीन तरीके से काम कर रही है.'
केंद्रीय परिवहन मंत्री ने बताया कि 'हमारे देश में वर्तमान में लगभग 30 करोड़ वाहन है. मैं लिख कर देता हूं आने वाले दिनों में वाहनों की संख्या ज्यादा होगी और जनसंख्या कम होगी. आने वाले दिनों में बिजनेसमैन बिजनेस की चिंता बिल्कुल भी ना करें. हमने 15 साल पुराने 10 लाख वाहनों को स्क्रैप करने का निर्णय लिया है.'
2030 तक 2 करोड़ इलेक्ट्रिक व्हिकलः परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने चुटकी लेते हुए कहा कि 'उत्तर प्रदेश का तो मुझे पता नहीं है. लेकिन कई राज्यों में ऐसी बसे हैं, जहां पर हॉर्न छोड़कर बाकी सब बजता है. मैं यूपी के लिए नहीं बोल रहा हूं. एक जिले में तीन स्क्रेपिंग यूनिट खुल सकती हैं. देश में 20.8 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल हैं. 300 परसेंट इलेक्ट्रिक व्हीकल में बढ़ोतरी हुई है. 2030 तक अनुमान है कि 2,00,00,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल आएंगे. 50,00,000 तो सिर्फ गवर्नमेंट ही आएंगे. उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा वेतन 4.5 लाख हैं. इलेक्ट्रिक व्हीकल बढ़ने से दो लाख रोजगार बढ़ेंगे. इलेक्ट्रिक पॉलिसी आएगी तो तेजी से रोजगार बढ़ेंगे.
यूपी में इलेक्ट्रिक बस की संख्या बढ़ाए सीएमः उन्होंने इलेक्ट्रिक बस चलाने के लिए भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया और कहा, 'मैं सुझाव देता हूं कि एक रुपए भी नहीं लगाना है और आपको फायदा भी ज्यादा होगा. किराया भी कम कर सकते हैं. इलेक्ट्रिक बसों में इलेक्ट्रिक की चोरी भी नहीं होगी. टिकट का भी झंझट खत्म होगा. लंदन ट्रांसपोर्ट का मॉडल उत्तर प्रदेश में लागू करिए. इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा बढ़ाइए. बसें कैमरे से लैस हों, साथ ही सिर्फ कार्ड से ही किराया चुकाने की सुविधा हो.'
केंद्रीय परिवहन मंत्री ने आगे कहा कि 'उत्तर प्रदेश में डेढ़ लाख इलेक्ट्रिक बसें आएंगी. 3,00,000 ड्राइवर को रोजगार मिलेगा. उत्तर प्रदेश की जनता एसी बसों में सफर करेगी और सरकार को एक भी खर्च नहीं करना पड़ेगा और फायदा भरपूर होगा. मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में कहा था कि लोहिया जी कहते थे कि जिंदगी भर साइकिल रिक्शा में नहीं बैठूंगा. आदमी उसे चलाता है. एक करोड़ आदमी आदमी को ढोने का काम करता था. मैं ई-रिक्शा लाया. अब एक करोड़ में से 90% लोग ई रिक्शा चला रहे हैं और कम से कम 1000 रुपये हर रोज पैदा कर रहे हैं.'
टरी इंडस्ट्री पॉलिसीःगडकरी ने बैटरी इंडस्ट्री पॉलिसी को लेकर कहा कि 'बैटरी इंडस्ट्री के लिए भी पॉलिसी बनाई है. यह भी एक बड़ा हब बन सकता है. हम 670 जगह पर चार्जिंग स्टेशन बना रहे हैं. ड्रोन बनाने की भी इंडस्ट्री उत्तर प्रदेश में लगनी चाहिए और उस पर 1000 किलो तक वजन ढोया जा सके. कम से कम चार से छह आदमी ड्रोन में सफर कर सकेंगे. ऑस्ट्रिया में डबल डेकर बस हवा में उड़ती है. बैंगलोर में उस पर अध्ययन चल रहा है. उत्तर प्रदेश में भी हवा में उड़ने वाली बस चलनी चाहिए. इसके लिए मैं तैयारी कर रहा हूं.'
एथेनाल पंप को लेकर मंत्री ने कहा कि 'उत्तर प्रदेश में 27.60 लाख टन गन्ना है. अभी हम 460 करोड़ लीटर एथेनाल बना रहे हैं. हमें 1000 करोड़ लीटर एथेनॉल बनाना है उत्तर प्रदेश में एथेनॉल के पंप खुलने चाहिए. उससे बहुत बड़ा फायदा यूपी को मिलेगा. उत्तर प्रदेश में हाइड्रोजन का भी हब बनाइए. इससे भी बहुत लाभ मिलेगा. पराली से हाइड्रोजन निकलता है. इसका उत्तर प्रदेश में भरपूर सदुपयोग किया जा सकता है. यह बहुत सस्ते में हाइड्रोजन तैयार करेगा और इसका सारा फायदा उत्तर प्रदेश को मिलेगा. उत्तर प्रदेश एनर्जी आयात करने वाला नहीं बल्कि निर्यात करने वाला प्रदेश बन जाएगा.'
सीएम ने की परिवहन मंत्री की तारिफः वहीं, सत्र को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'हम सब जानते हैं की देश भर में सड़क का इंफ्रास्ट्रक्चर परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने तैयार किया है. दो लेन की सड़क को चार लेन बनाना हो, चार की छह लेन, छह की आठ आठ की 10 या फिर 10 की 12, सब कुछ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने किया है. सड़कों की वजह से अब हमारी दूरी बहुत कम समय में तय हो जाती है.'
सड़कों की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'दिल्ली से मेरठ तक प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से मात्र 45 मिनट में पहुंचे. यह उपलब्धि है. उत्तर प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी का काम तेजी से हो रहा है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इस पर मंथन किया जा रहा है. देश में पहला वाटर हल्दिया से वाराणसी के बीच प्रारंभ किया. वाराणसी से डिब्रूगढ़ के बीच रिवर वाटर की भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरुआत की है. ग्रीन एनर्जी के साथ हाइड्रोजन का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं इस और हमें विशेष तौर पर ध्यान देने की आवश्यकता है.'
इलेक्ट्रिक पॉलिसी पर फोकसः इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर सीएम ने कहा कि 'अब इलेक्ट्रिक व्हीकल पर पूरा फोकस है. अब उत्तर प्रदेश सरकार ने इलेक्ट्रिक पॉलिसी पर ध्यान दिया है. हर 15 से 35 किलोमीटर की दूरी पर हम चार्जिंग स्टेशन स्थापित करेंगे. इस दिशा में अभी से कार्य प्रारंभ किया जाएगा तो इलेक्ट्रिक वाहनों की दिशा में व्यापक बदलाव होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्मॉग की समस्या हो जाती है. लोगों को सांस लेने में समस्या होती है. हमें पर्यावरण के संरक्षण के लिए कदम बढ़ाना होगा. इलेक्ट्रिक व्हीकल की और फ्यूचर की जो व्यवस्था है. हाइड्रोजन के फील्ड में कार्य करते हुए इसे बढ़ाना है. इस पर काम करना होगा. टेक्नोलॉजी को और भी ज्यादा इंप्रूव करने की आवश्यकता है. हाइड्रोजन अधिक महंगी पड़ रही है उस पर कार्य चल रहा है. इलेक्ट्रिक वाहन सस्ते होंगे तो पर्यावरण और भी सुरक्षित होगा.'
इलेक्ट्रिक वाहन को सस्ता करने का अपीलः इसके अलावा उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से अपील करते हुए कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन काफी महंगे हैं इन्हें सस्ता किया जाए. हम इलेक्ट्रिक बस भी चलाना चाहते हैं. लेकिन महंगे होने की वजह से संचालित नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रीय परिवहन मंत्री जिस तेजी के साथ काम कर रहे हैं. हमें पूरी उम्मीद है कि आने वाले दिनों में सड़कें और बेहतर होंगी. इलेक्ट्रिक वाहनों को और बढ़ावा मिलेगा.
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