लखनऊ: सीएए और एनपीआर को लेकर केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्ष पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह कानून केवल अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के शोषित और प्रताड़ित लोगों को नागरिकता देने के लिए है. साथ ही कहा कि किसी की नागरिकता छीनने से इसका कोई संबध नहीं है.
केन्द्रीय मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा
सीएए और एनआरसी जैसे मुद्दे पर देश भर में हुए प्रदर्शन और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद सरकार के जिम्मेदारों को जनता को जागरूक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसी कड़ी में देश और यूपी के अलग-अलग जिलों में भाजपा नेता जनता को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने लखनऊ स्थित भाजपा मुख्यालय पंहुचकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
'छपाक' पर बोले केन्द्रीय मंत्री
प्रेस कॉन्फ्रेंस में केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा में काफी चर्चा और विचार-विमर्श के बाद यह कानून पास हुआ है. मगर जिस तरह से इस कानून को लेकर आम लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है, वह बेहद निराशाजनक है. विपक्ष को अपनी जिम्मेदारी से नहीं भागना चाहिए. केन्द्रीय मंत्री ने अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की फिल्म 'छपाक' को लेकर कुछ बीजेपी नेताओं द्वारा बायकाट करने की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि वे भी इस फिल्म को देखना चाहते हैं.
नागरिकता संशोधन कानून पर झूठ की पराकाष्ठा की गई
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि भ्रम फैलाया जा रहा है. लगातार पूरे प्रकरण पर षडयंत्र रचा जा रहा है. सीएए कोई नया कानून नहीं है. वर्तमान संशोधन लोकसभा में रखा गया था. उन्होंने कहा कि सपा, कांग्रेस व बसपा ने इसका विरोध किया था. पिछले वर्ष दिसंबर 2019 में ही हम इसको पास करा लेते. नागरिकता संशोधन कानून पर लगातार डिबेट और डिस्कशन हुआ है.
सांप सीढ़ी का खेल शुरू कर दिया विपक्ष ने
भारतीय जनता पार्टी सबका साथ सबका विकास के साथ के साथ आगे बढ़ रही है. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद लगातार इन लोगों की आत्मा बेचैन है. नागरिकता कानून न तो वापस होगा न ही बदलाव होगा. ये सब जानते हैं. केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नकवी ने कहा कि यह लगातार कंफ्यूजन क्रिएट किया जा रहा है कि मुस्लिम समाज को अलग कर दिया गया. कोई भी मुसलमान मजबूरी में नहीं मजबूती से रह रहा है. मोदी जी ने कहा था जिन लोगों ने मुसलमानों को छला है उसमें छेद करेंग.
प्रियंका गांधी के यूपी दौरे पर कहा कि बेहतर होता कि कांग्रेस शासित राज्यों में जाकर ज्ञान बांटती. केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कोई भी सरकार इस बात को तय नहीं कर सकती कि उसके नागरिकों में मतभेद हो और बिखराव हो. बहुत ही खराब मानसिकता के साथ विरोध किया गया. एनआरसी पर किसी भी तरह की न तो चर्चा हुई है न ही डिबेट हुई है. अगर कोई पीसफुल धरना प्रदर्शन का है तो उसका संवैधानिक अधिकार है.