लखनऊः केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के उपाध्यक्ष और मुस्लिम स्कॉलर स्व. मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक के परिवार से मुलाकात की. मुख्तार अब्बास नकवी ने यूनिटी कॉलेज पहुंच कर कल्बे सादिक के बेटे सिबतैंन नूरी और उनके परिवार से मिल कर मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया.
'मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक का जान देश का नुकसान'
केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक के बेटे सिब्तेन नूरी और उनके परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने दुख की घड़ी में डॉक्टर कल्बे सादिक के परिवार को ढांढस बंधाया. उन्होंने कल्बे सादिक के इस दुनिया से जाने को देश का एक बड़ा नुकसान बताया. उन्होंने कहा कि डॉ. कल्बे सादिक दिलों को जोड़ने का काम करते थे. शिक्षा के क्षेत्र में कल्बे सादिक ने कई महत्वपूर्ण काम किए हैं. उन्हें देश भुला नहीं सकता. मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक जैसे महान विचारक और सुधारक ने मुल्क का नाम रोशन किया है. यह इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज किया जाएगा.
परिवार को सांत्वना देने पहुंच चुकी हैं कई राजनीतिक हस्तियां
बताते चलें कि मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक मुसलमानों की सबसे बड़ी संस्था ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के उपाध्यक्ष होने के साथ-साथ मुस्लिम स्कॉलर भी थे. शिक्षा के क्षेत्र में भी एक अलग पहचान रखते थे. उनका निधन पिछले वर्ष नवंबर में लंबी बीमारी के बाद हो गया था. मुख्तार अब्बास नकवी से पहले देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह के साथ कई नामचीन सियासी हस्तियां मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक के आवास पर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात कर चुकी हैं.