लखनऊ : यूपी के स्कूलों में ऑफलाइन क्लास बंद किए जाने से निजी स्कूल संचालकों में नाराजगी है. निजी स्कूल संचालकों की मांग है कि 23 जनवरी के बाद छुट्टियां ना बढ़ाई जाएं. निजी स्कूल संचालकों ने छुट्टियां न बढ़ाए जाने के लिए मंगलवार को गोमती नगर स्थित एक स्कूल में बैठक की. अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल का कहना है कि अब स्कूलों को बंद करने का कोई औचित्य नहीं है. इसलिए उन्होंने शासन को पत्र लिखकर 23 जनवरी के बाद सामान्य रूप से कक्षाएं संचालित करने की अपील की है.
अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की मांग है कि 9 से 12 तक के छात्रों को ऑफलाइन कक्षाएं संचालित करने की छूट दी जाए. गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण और सर्दी को देखते हुए 16 जनवरी तक स्कूलों को बंद करने का फैसला किया था. बाद में, इसे बढ़ाकर 23 जनवरी तक कर दिया गया. वहीं दूसरी तरफ अभिभावक स्थितियां सामान्य होने पर ही बच्चों को स्कूल भेजने की बात कह रहे हैं.
एजुकेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स उत्तर प्रदेश ने सीएम योगी को पत्र भेजकर स्कूल खोलने की मांग की है. एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल कुमार ने स्कूलों को बंद किए जाने पर सवाल उठाए हैं. एजुकेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अतुल कुमार का कहना है कि प्रदेश में रेस्टोरेंट, बार, शॉपिंग मॉल आदि खुले हुए हैं. लेकिन स्कूलों को बंद कर दिया गया है, इसका कोई औचित्य नहीं है.
स्कूल खोलने की मांग पर अभिभावकों ने जताई आपत्ति
निजी स्कूल संचालक सरकार से स्कूलों को खोलने की मांग कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ अभिवावक इस बात का विरोध कर रहे हैं. अभिवावकों का कहना है कि जब तक स्थितियां सामान्य न हो जाएं, तब तक बच्चों को स्कूल जाने में खतरा है. अभिवावकों का कहना है कि अभी तक 15 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए ही वैक्सीनेशन की व्यवस्था हो पाई है. छोटे बच्चों में संक्रमण का खतरा है, ऐसे में स्कूल खोलकर उनके स्वास्थ्य को दांव पर नहीं लगाया जा सकता.
इसे पढ़ें- यूपी की खुशहाली के लिए करेंगे काम, देंगे 300 यूनिट बिजली फ्री : अखिलेश यादव