लखनऊ: कोतवाली काकोरी के दुबग्गा चौकी में युवक को फर्जी मामले में जेल भेजने और जमा सामान न लौटाने का मामला सामने आया है. मामले का वीडियो वायरल होने के बाद जांच की गई. एसीपी काकोरी की जांच रिपोर्ट के बाद कोतवाली के मुख्य आरक्षी त्रिभुवन सिंह और रक्षपाल सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, मड़ियाव निवासी तेज सिंह की गाड़ी का दुबग्गा चौराहे पर एक्सीडेंट हो गया था. इस एक्सीडेंट में गाड़ी में हुए नुकसान का हर्जाना 1200 रुपये तेज सिंह ने लिया था. पुलिस ने इसे अवैध वसूली बताकर तेज सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था. 13 दिन बाद जेल से छूटे तेज सिंह ने काकोरी कोतवाली पहुंच कर जमा किया गया अपना सामान मांगा. जमा किए गये सामान में पर्स, मोबाइल, घड़ी, 5 हजार रुपये और हेडफोन समेत अन्य सामान था लेकिन पुलिसवालों ने सामान देकर उसे गोलमोल जवाब देना शुरू कर दिया.
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एसीपी ने किया दोषियों को लाइन हाजिर
वहीं, इस मामले का वीडियो वायरल होने पर डीसीपी रवि कुमार ने मामले पर संज्ञान लिया. उन्होंने इस मामले की जांच एसीपी काकोरी सैय्यद अली अब्बास को दी. चौबीस घंटे के अंदर की गई जांच में दोनों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए, जिनको लाइन हाजिर कर दिया गया. इसके साथ ही डीसीपी कुमार ने यह भी आदेश दिया कि पीड़ित की गायब रकम एवं अन्य सामान भी पुलिस लौटाएगी.