लखनऊ : पीलीभीत में सड़क निर्माण के मामले में और भ्रष्टाचार की बात सामने आने पर ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के दो अवर अभियंता निलंबित कर दिए गए हैं. जबकि इस काम को करने वाली कंपनी को दो साल के लिए डिबार कर दिया गया है.
ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के मुख्य अभियंता और निदेशक ने बताया कि जेई मुनीर खान व आलोक वर्मा को इस मामले में सस्पेंड कर दिया गया है. ठेकेदार मेसर्स वीके कंस्ट्रक्शन को अगले 2 साल के लिए किसी भी सरकारी ठेके के लिए भी डिबार कर दिया गया है. जिले में तीन करोड़ 81 लाख रुपए की लागत से प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत सड़क (Pradhan Mantri Sadak Yojana in Pilibhit) बनाई गई थी. सड़क की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे हैं. इसके बाद ग्रामीणों ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है. जिससे ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की जमकर फजीहत हो रही है.
पूरनपुर में के भगवंतापुर गांव की ओर जाने वाली सात किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण 3 करोड़ 81 लाखों रुपए की लागत से प्रधानमंत्री सड़क योजना द्वारा कराया जा रहा है. पूरे मामले में विभागीय अफसरों व ठेकेदार की मिलीभगत से भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. एक सड़क हादसे के बाद मौके पर मौजूद कुछ ग्रामीणों ने हाथों से सड़क को उखाड़ते हुए वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे करोड़ों की लागत से तैयार हो रही सड़क की परतें उखड़ती नजर आ रही हैं.
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