लखनऊः किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के मेडिसिन विभाग में एक कार्यशाला आयोजित की गयी. इस दौरान अचलसिया कार्डिया (Achalasia cardia) के मरीज का बोटॉक्स इंजेक्शन (Botox Injection) विधि से इलाज किया गया. हालांकि इस दौरान इसके इलाज की दूसरी विधि पर भी चर्चा की गयी.
डिस्फेडिया बीमारी होती है जानलेवा
जिस मरीज का इलाज किया गया वो मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर अजय कुमार पटवा के तहत डिस्फेजिया बीमारी के साथ भर्ती हुआ था. ये एक ऐसी बीमारी होती है, जिसमें खाद्य पदार्थ को निकलने में समस्या होती है. इस बीमारी में शरीर में खाद्य पदार्थ न पहुंचने के चलते वजन में लगातार गिरावट और कुपोषित होने का खतरा होता है. जिससे मरीज के जान का खतरा बना रहता है. Botox Injection से Achalasia Cardia के मरीज का इलाज देश के कुछ चुनिंदा संस्थानों में ही उपलब्ध है. केजीएमयू में इस विधि के साथ इलाज का ये पहला प्रयास है. इस विधि से Achalasia Cardia से ग्रसित मरीज को बेहतर इलाज मिल सकेगा. एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस बीमारी के इलाज के लिए यह सबसे सुरक्षित विधि है.
कार्यशाला के मुख्य वक्ता रहे प्रोफेसर यूसी घोषाल
कार्यशाला में एसजीपीजीआई के प्रोफेसर यूसी घोषाल मुख्य वक्ता रहे. जिनके मार्गदर्शन में डॉक्टर अजय कुमार पटवा ने एंडोस्कोपी विधि से botox injection इलाज की प्रक्रिया को पूरा किया. कार्यशाला में मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर वीरेंद्र आतम सहित दूसरे डाक्टर मौजूद रहे.