लखनऊ: उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के परिवहन निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने फील्ड में जाकर बसों में यात्रा की. उन्होंने यात्रियों से फीडबैक लिया. 12 जून को एसी बसों की चेकिंग के संबंध में प्रकाशित वातानुकूलित बसों के स्तरीय रख-रखाव न होने के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए. परिवहन निगम के अधिकारियों की तरफ से किए गए निरीक्षण में सभी बसों में कूलिंग (20 से 24 डिग्री के मध्य) संतोषजनक पाई गई. यात्रियों ने दी जा रही सेवाओं पर संतोष जाहिर किया.
परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि बसों के अंदर की सफाई ठीक पाई गई. कुछ बसों में कमियां पाई गईं. कुछ कोच फैन में नहीं चल रहे थे. कुछ बसों में पर्दे नहीं लगे थे और आपातकालीन द्वार सील नहीं होने के कारण गर्म हवा आ रही थी. परिवहन मंत्री ने निरीक्षण के बाद संबंधित अधिकारियों को सभी कमियों को 15 जून तक दूर कराने के लिए सभी सेवा प्रबंधकों और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को बसों में लगे वातानुकूलित संयंत्र के मेंटेनेंस कराने, सभी कोच फैन कार्यरत कराने, वातानुकूलित बसों में लगे पर्दो को ठीक कराने और यात्री कोच को एयर टाइट कराने के निर्देश दिए. उन्होंने क्षेत्रों को यह भी निर्देशित किया कि वातानुकूलित बसों की सफाई की विशेष व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
गर्मी के दौरान यात्रियों को रोडवेज की एसी बसों में भी उबलते हुए सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है. यात्री पूरा किराया भी दे रहे हैं और उन्हें एसी बस में एसी महसूस तक नहीं हो रही है. हर रोज बीच सफर में एसी बसों का एसी दगा दे जाता है और इसकी शिकायतें ट्विटर पर आती हैं. वहीं, जनरथ बसों में फैन भी काम नहीं करते हैं. साथ ही चार्जिंग पोर्ट भी खराब पड़े हैं. इसको लेकर यात्री कंप्लेंट करते हैं. अब इन्हीं शिकायतों को लेकर परिवहन मंत्री ने परिवहन निगम के अफसरों के पेंच कसे हैं.
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