लखनऊ : डग्गामार वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई न करना परिवहन विभाग के एक दर्जन से ज्यादा अधिकारियों पर भारी पड़ सकता है. परिवहन आयुक्त धीरज साहू की तरफ से इन सभी अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है. इन अफसरों में सात सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी और आठ यात्रीकर शामिल हैं. इन सभी पर कार्रवाई की तलवार लटकने लगी है. सभी अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया गया है.
इन एआरटीओ को जारी हुआ नोटिस
ट्रांसपोर्ट कमिश्नर धीरज साहू ने प्रदेश के सभी आरटीओ को 12 मार्च से लेकर 22 मार्च तक अवैध वाहनों के खिलाफ सख्त अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए थे. चेकिंग दलों में 12 से 15 मार्च के बीच 15 ऐसे अधिकारी संज्ञान में आए, जिन्होंने 20 या इससे भी कम वाहनों पर कार्रवाई की. इसे लेकर इन सभी 15 अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगते हुए चेतावनी दी गई है. इन अफसरों में लखनऊ के सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी अमित राजन रॉय, गाजियाबाद के एआरटीओ राघवेंद्र प्रताप सिंह, संभल के एआरटीओ अंबरीश कुमार, मथुरा के एआरटीओ लक्ष्मण प्रसाद, अमरोहा के अश्विनी कुमार राजपूत, हापुड़ के महेश कुमार शर्मा और प्रयागराज की एआरटीओ अलका शामिल हैं.
इन यात्रीकर अधिकारियों से भी जवाब-तलब
इसके अलावा यात्रीकर अधिकारियों में लखनऊ के रविचंद्र त्यागी, कुशीनगर के राजकुमार, अमरोहा के कृष्ण घनश्याम, मिर्जापुर के प्रमोद कुमार, प्रयागराज के विक्रांत सिंह, आजमगढ़ के राजेश सिंह कुशवाहा और मऊ के मानवेंद्र प्रताप सिंह शामिल हैं. हापुड़ के मनोज कुमार गुप्ता भी कार्रवाई के दायरे में हैं. इन अफसरों को चेताते हुए अपर परिवहन आयुक्त प्रवर्तन वीके सोनकिया को जवाब देने को कहा गया है. यही नहीं 18 से 22 मार्च के बीच चलने वाले चेकिंग अभियान में कड़ी कार्रवाई कर जानकारी देने के लिए भी निर्देशित किया गया है.