लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी में बीते दिनों बिगड़ी कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी (Transfer Of Police Officer) जाहिर की है. लिहाजा लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने दो डीसीपी समेत कई एसीपी और थाना प्रभारी के तबादले किए हैं, वहीं वर्ष 1998 बैच के आईपीएस अफसर एसके भगत को एडीजी क्राइम बनाया गया है.
राजधानी में बीते दिनों लूट, हत्या और महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में बढ़ोतरी हुई है, जिसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताई थी. सोमवार को सीएम की नाराजगी के बाद बड़ा बदलाव किया गया है. लखनऊ पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर ने दो डीसीपी, तीन एसीपी और पांच इंस्पेक्टर के तबादले किए हैं, वहीं शासन ने आईपीएस अधिकारी एसके भगत को एडीजी क्राइम की जिम्मेदारी दी है. डीसीपी पूर्वी ह्रदयेश कुमार को हटाते हुए उन्हें यातायात भेजा गया है. उनके स्थान पर आईपीएस अधिकारी आशीष श्रीवास्तव को डीसीपी पूर्वी बनाया गया है. इसके अलावा एसीपी कैंट अभिनव को बक्शी का तालाब भेजा गया है, वहीं धर्मेश रघुवंशी को एसीपी गोसाईगंज बनाया गया है. एसीपी गोसाईगंज पंकज कुमार सिंह को कैंट का एसीपी बनाया गया है. इसके अलावा पुलिस कमिश्नर ने पीजीआई थाना प्रभारी राणा राजेश कुमार सिंह को बीकेटी, ब्रजेश चंद्र तिवारी को पीजीआई, छत्रपाल को इंदिरानगर से आशियाना, सुनील कुमार तिवारी को इटौंजा से इंदिरानगर भेजा गया है.
वहीं बीते माह उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कानून व्यवस्था को और अधिक चुस्त दुरुस्त करने के उद्देश्य से दो जिलों के पुलिस कप्तानों का ट्रांसफर कर दिया था. सरकार ने रामपुर के एसपी अशोक कुमार को हटाते हुए सीबीसीआईडी भेजा था. योगी सरकार ने जिन तीन भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों का तबादला किया था उनमें रामपुर जिले के पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार (IV) शामिल थे. उन्हें रामपुर से हटा कर पुलिस अधीक्षक सीबीसीआईडी बनाया था. उनकी जगह हरदोई जिले से राजेश द्विवेदी को रामपुर का नया पुलिस कप्तान बनाया था, वहीं 2000 बैच के आईपीएस केशव चंद्र गोस्वामी को पुलिस अधीक्षक सीबीसीआईडी से हटाकर हरदोई का पुलिस अधीक्षक बनाया था.