लखनऊः लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन के यार्ड में सोमवार को शंटिंग के दौरान लखनऊ-प्रयागराज पैसेंजर ट्रेन के इंजन का एक पहिया बेपटरी हो गया. बेपटरी हुए इंजन को पटरी पर लाने के लिए रेलकर्मियों को तीन घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी. इससे यह ट्रेन करीब साढ़े तीन घंटे देरी से रवाना हुई.
चारबाग स्टेशन से ट्रेन संख्या 04256 लखनऊ से प्रयागराज संगम जाती है. इसी ट्रेन की सुबह करीब 4:45 बजे शंटिंग हो रही थी. पुरानी वाशिंग लाइन पर नियमित जांच पड़ताल के बाद ट्रेन के रैक को प्लेटफार्म पर लाया जा रहा था. इंजन पर शैलेंद्र कुमार मौजूद थे. जबकि शंटिंग मास्टर पीआर मीणा और शंटमैन उमाशंकर और रमेश कुमार थे. इस बीच इंजन का एक पहिया पटरी से उतर गया. इसकी सूचना अतिरिक्त स्टेशन अधीक्षक ने कंट्रोल रूम को मिलते ही 4:50 बजे कंट्रोल रूम से आादेश मिलते ही दुर्घटना राहत ट्रेन की क्रेन को मौके पर भेजा गया. इंजन के पहिये को करीब छह बजकर नौ मिनट पर दोबारा पटरी पर लाया गया. इसके बाद ट्रेन को प्लेटफार्म लाया गया. इसके बाद यह ट्रेन प्रयागराज संगम की ओर रवाना हुई. जानकारी के मुताबिक छोटे स्टेशनों पर रुकने वाली सुबह की यह एकमात्र ट्रेन है. जो सोमवार से ही ट्रेन का संचालन प्रयागराज संगम के लिए हुआ था. यात्री ट्रेन के नियत समय पर चारबाग रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए थे. लेकिन इंजन के पटरी से उतर जाने के चलते साढ़े तीन घंटे तक यात्री स्टेशन पर ही इंतजार करते रहे. जिससे उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा.
यह भी पढ़ें-मुख्तार अंसारी के करीबी भीम सिंह पर योगी सरकार का शिकंजा, 4 करोड़ की संपत्ति कुर्कहादसे की जानकारी जैसे ही रेलवे के सीनियर अधिकारियों को हुई तत्काल उन्होंने जांच के आदेश दिए. मौके पर रेलवे के परिचालन, सिग्नल और इंजीनियरिंग अनुभाग के सुपरवाइजरों की संयुक्त टीम पहुंची. बारीकी से निरीक्षण के दौरान जांच में सामने आया कि यार्ड की पटरी में गड़बड़ी होने के कारण ट्रेन का इंजन पटरी से उतर गया था.
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