लखनऊ : राजधानी लखनऊ के प्रमुख चौराहों और सड़कों पर मंगलवार को घंटों जाम की स्थिति बनी रही. सुबह ऑफिस, स्कूल व कामकाज पर जाने वाले लोगों को जाम की समस्या से संघर्ष करना पड़ा. आलम यह रहा है कि लोग घंटों जाम में फंसे रहे और राजधानी लखनऊ के प्रमुख मार्ग पर वाहन रेंगते रहे. अधिकारियों ने बताया कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस की परेड की रिहर्सल के चलते रूट डायवर्जन किया गया है. सड़कों पर वाहनों के दबाव के चलते जाम की समस्या रही.
बता दें, राजधानी में किसी बड़े आयोजन के दौरान शहर में जाम की समस्या हो जाती है. हालांकि सामान्य दिनों में भी यातायात व्यवस्ता कुछ ज्यादा बेहतर नहीं है. यह तब है जब राजधानी लखनऊ में ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इंटीग्रेटड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगा है. तीन साल पहले कमिश्नर प्रणाली लागू की गई थी, कमिश्नरेट प्रणाली लागू करने के पीछे मुख्य उद्देश्य राजधानी लखनऊ को ट्रैफिक मैनेजमेंट की समस्या से निजात दिलाना था, लेकिन 3 साल बाद भी ट्रैफिक व्यवस्था में कोई बड़ा परिवर्तन देखने को नहीं मिल रहा है. आज भी आम दिनों में भी सड़कों पर जाम की समस्या रहती है.
मंगलवार सुबह 10 बजे से विश्वविद्यालय रोड, हजरतगंज, कैंट रोड, लोहिया पथ, पॉलिटेक्निक चौराहा, खुर्रमनगर, इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा, सीतापुर रोड पर जाम की समस्या रही. हजरतगंज चौराहा समेत शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक मैनेजमेंट करने के लिए फोर्स तैनात दिखी, लेकिन जाम की समस्या बनी रही. वहीं शहर के कई मार्गों पर ट्रैफिक पुलिस के जवान नहीं दिखे. शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या को लेकर जब आम जनता से बात की गई तो लोगों ने कहा कि शहर में आज जाम की काफी समस्या है. जिस रास्ते को पूरा करने में आधा घंटे का समय लगता था उसे पूरा करने में एक घंटे से अधिक लग रहा है. एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि पिछले 2 घंटे से वह जाम में फंसे हैं. उन्होंने कहा कि जाम की समस्या आज ही नहीं है, सामान्य दिनों में भी ऐसी रहती है.
राजधानी लखनऊ के ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझ रहे लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए लखनऊ पुलिस के पास क्या प्लान है. इस बारे में जब डीसीपी ट्रैफिक रईस अख्तर के फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि ट्रैफिक जाम की समस्या के लिए वह क्या कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ में सड़कों पर यात्रियों के चलने के लिए मानक निर्धारित होने चाहिए. जैसे एक सड़क पर कितने लोग चल सकते हैं. अधिक सड़कें बनाई जानी चाहिए और वाहनों की बढ़ रही संख्या पर लगाम लगानी चाहिए. ट्रैफिक जाम की समस्या के लिए इस संदर्भ में कोई तय मानक नहीं हैं. जब उनसे पूछा गया कि ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए डीसीपी ट्रैफिक क्या कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि हमारा काम चौराहों और सड़कों पर फोर्स को तैनात करना है वह किया जा रहा है. डीसीपी सेंट्रल अपर्णा कौशिक ने कहा कि 26 जनवरी की परेड की रिहर्सल के चलते रूट डायवर्जन किए गए हैं. इसके चलते कुछ रूट बंद हैं. ऐसे में कुछ सड़कों पर दबाव अधिक है. जिससे लाल बत्ती चौराहे पर ट्रैफिक जाम की समस्या महसूस की जा रही है. जाम से निजात दिलाने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं. चौराहों और सड़कों पर फोर्स की तैनाती की गई है. ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत दिलाने के लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं.