लखनऊ : राजधानी में मंगलवार को डीजीपी आवास से चंद कदमों की दूरी पर अव्यवस्थित ट्रैफिक मैनेजमेंट के चलते जाम लग गया. इस जाम में यूपी के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद का काफिला भी फंसा रहा. हैरान की बात ये रही कि बावजूद इसके चौराहे पर एक भी ट्रैफिक या पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था. बता दें कि लखनऊ में हर मुख्य सड़क पर ट्रैफिक जाम लगना आम बात सी हो गई है.
राजधानी में सुबह से लेकर शाम तक हर मुख्य मार्ग व चौराहों पर ट्रैफिक जाम लगा रहता है. ये तब है जब इसी ट्रैफिक जाम के चलते पुलिस कमिश्नर तक पर सीएम योगी आदित्यनाथ कार्रवाई कर चुके हैं. बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारी सुध लेने को तैयार नहीं हैं. बीते दिनों इकाना स्टेडियम में हुए क्रिकेट मैच के दौरान भी भारतीय टीम और एक्टर जाम में फंस गए थे. यही नहीं पूरे शहर में पूरे दिन लोग घंटों ट्रैफिक में फंसे रहे.
इस मामले पर डीजीपी ट्रैफिक रईस अख्तर बताते हैं कि 'सड़कों पर वाहनों का लोड अधिक रहता है. खासकर पीक आवर में एकदम से वाहनों के सड़क पर आने से चौराहों पर जाम लग जाता है, हालांकि ट्रैफिककर्मियों को हर चौराहों पर तैनात किया गया है.'
राजधानी की चरमराती ट्रैफिक व्यवस्था के चलते अब आम लोग भी नाराजगी जाहिर करने लगे हैं. रविवार को भारतीय क्रिकेट टीम और अभिनेता कार्तिक आर्यन के ट्रैफिक में फंस जाने के बाद से ही राजधानी के लोग सवाल उठाने लगे हैं. सोशल मीडिया पर यूजर अधिकारियों से गुजारिश कर रहे हैं. ट्विटर पर ज्ञानेंद्र शुक्ला कहते हैं कि "इकाना स्टेडियम में हुए मैच में टीम इंडिया से लेकर दूसरे मेहमान जाम में फंसे, लखनऊ पुलिस के इस अव्वल दर्जे के ‘उम्दा’ ट्रैफिक इंतजाम ने अदब के शहर को जिस तरह शर्मसार किया उसकी टीस लंबे वक्त तक महसूस होगी. खैर शहरवासियों को तो ये बदइंतजामी सहने की आदत हो चली है.' वहीं एक अन्य यूजर मनीष पांडे कहते हैं कि 'लखनऊ के पुलिस कमिश्नर साहब एक दिन के मैच में आपके कमिश्नरेट की ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई. खिलाड़ियों की बस जाम में फंस गई, बस G20 और इन्वेस्टर समिट में नाक न कटवाइएगा यूपी की.'