लखनऊ: शहर में व्यापारियों ने ऑनलाइन सामानों की बिक्री को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और इनकम टैक्स कार्यलय के सामने पुतला फूंका. व्यापारियों ने हाथ में तख्ती लिए हुए सरकार से खुदरा कारोबार को बचाने की गुहार लगायी और मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन सौंपा. व्यापारी नेता अमरनाथ मिश्र ने कहा कि ट्रेडर्स व्यापारियों द्वारा एमएसएमई सहित असंगठित क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलता है.
अमरनाथ ने कहा कि दुकानदार एवं उनके कामगार प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से खुदरा बाजार से जुड़े हैं. ऑनलाइन बाजार के कारण इन सबकी रोजी रोटी पर खतरा मंडरा रहा है. ऑनलाइन कंपनियां टैक्स की चोरी कर रही हैं. एक फर्म जीएसटीएन पर ऐड ऑन कार्ड बना रही है. जबकि, प्रोपराइटर या पार्टनर के अलावा यदि कोई कार्ड बनाता है तो वह अवैध है. इसी तरह ऑनलाइन पर तो टैक्स देते हैं मगर डिलीवरी पर सर्विस टैक्स नहीं देते.
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सरकार ठोस कदम उठाए : अमरनाथ ने कहा कि देश के खुदरा व्यापारी को बचाने के लिये हमारी यह मांंग है कि ऑनलाइन कारोबार पर 10 प्रतिशत टैक्स लगाया जाए. पवन मनोचा जी ने कहा कि ऑनलाइन व्यापार पर सरकार यदि तत्काल कोई ठोस कदम रणनीत नहीं बनाती है तो पूरे प्रदेश में खुदरा व्यापार को खत्म हो जाएगा. इससे थोक एवं बड़े व्यापारियों पर भी खतरा मंडरा रहा है. सरकार के द्वारा लोकल फाॅर वोकल की रणनीत अपनाई गई. इसके तहत हर जिले के विशेष उत्पाद को पहले स्थानीय बाजार में खपत करने के लिए अवसर बढ़ाए जाए, परन्तु ऑनलाइन के कारण यह भी योजना दम तोड़ते दिख रही है. क्योंकि ऑनलाइन से बाहरी उत्पादों को बढ़ावा मिल रहा है.
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