लखनऊ : राजधानी के मोहनलालगंज में हुए चर्चित सुजीत पांडे हत्याकांड का आज पुलिस ने खुलासा कर दिया. पुलिस ने मंगलवार देर रात हुई मुठभेड़ में पकड़े गए आरोपियों को ही मुख्य साजिशकर्ता और शूटर बताते हुए जेल भेज दिया. जहां एक तरफ पुलिस हत्याकांड का खुलासा कर अपनी पीठ थपथपा रही है, वहीं दूसरी ओर मोहनलालगंज के व्यापारी इस खुलासे से संतुष्ट नजर नहीं आ रहे.
20 दिसंबर को हुई थी सुजीत पांडे की हत्या
राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज में बीते 20 दिसंबर को मोहनलालगंज व्यापार मंडल अध्यक्ष सुजीत पांडे की बदमाशों ने गौरा गांव के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद से इलाके में तनावपूर्ण माहौल था. वहीं पुलिस पर जल्द खुलासे का दबाव भी बन रहा था. ऐसे में 10 दिन बाद पुलिस ने मंगलवार देर रात मुठभेड़ के दौरान दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिसे सुजीत पांडे हत्याकांड का दोषी बताकर जेल भेज दिया गया.
पुलिस कार्रवाई पर उठाए सवाल
पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा तो कर दिया, लेकिन मोहनलालगंज व्यापार मंडल के व्यापारियों में इस खुलासे से संतुष्टि नजर नहीं आ रही है. आज देर शाम मोहनलालगंज के व्यापारियों ने कैंडल मार्च निकाला और मृतक सुजीत पांडे को श्रद्धांजलि दी. वहीं व्यापारियों का कहना है कि पुलिस का यह खुलासा बिल्कुल भी संतोषजनक नहीं है. पुलिस असली अपराधियों को बचाने में लगी हुई है, जिस कारण पुलिस द्वारा यह खुलासा किया गया है. व्यापार मंडल अध्यक्ष सुजीत पांडे की हत्या से नाराज व्यापारियों ने पुलिसिया कार्रवाई पर सवालिया निशान उठाते हुए प्रशासन से मांग की है कि इस हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराई जाए.