लखनऊ : सूबे में कोरोना के मामलों में कमी आई है. गुरुवार सुबह कोरोना के आठ नए मरीज पाए गए. फाइनल रिपोर्ट शाम को आएगी. इसके अलावा अस्पतालों में 340 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं.
बुधवार को 24 घंटे में डेढ़ लाख से अधिक सैम्पल टेस्ट किए गए. वहीं 28 मरीजों ने वायरस से छुटकारा पाया. यूपी में देश में सर्वाधिक सात करोड़, दस लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 39.9 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट किए जा रहे हैं. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. अब 345 के करीब एक्टिव केस रह गए हैं. यह आंकड़ा गत वर्ष मार्च का रहा है. वहीं तीसरी लहर से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी पूरी तैयारी कर रखी है. अस्पतालों में 340 ऑक्सीजन प्लांट शुरू कर दिए गए हैं.
प्रदेश के कई जिले जिसमें अलीगढ़, हरदोई, कासगंज, महोबा, फर्रुखाबाद, संतकबीरनगर, शामली, मिर्जापुर, औरैया, बदायूं, देवरिया, फतेहपुर और हमीरपुर शामिल हैं यह पहले से ही कोरोना मुक्त थे. अब उन्नाव भी कोरोना मुक्त हो गया है.
जिन राज्यों में साप्ताहिक संक्रमण दर 3 फीसद तक है, वहां से आने वाले लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य है. इसके अलावा यदि वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाणपत्र है, तो जांच की जरूरत नहीं है. मगर, बाहर से आने पर सात दिन क्वारन्टीन की सलाह दी गयी है. इसमें मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, महाराष्ट्र, गोवा, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, मिजोरम, केरल, आदि हैं.
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 3 फीसद घटकर 2.44 रह गई है. इसके अलावा राज्य में पॉजिटीविटी रेट 0.04 से घटकर 0.01 फीसद रह गयी है. वहीं मृत्युदर अभी 1 फीसद पर बनी हुई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई.
30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 345 के करीब रह गयी. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.6 फीसद हो गई है. वहीं 2020 से अब तक कोरोना की कुल संक्रमण दर 2.68 फीसद रह गयी.
तीसरी लहर को लेकर वैक्सीनेशन पर जोर
कोरोना के तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को कोरोना से बचाव के लिए जल्द से जल्द टीकाकरण करने के निर्देश दिए गए हैं. लखनऊ में अब तक दो हजार महिलाओं को टीका लग चुका है.
एसीएमओ डॉ. एमके सिंह के मुताबिक अधिक से अधिक गर्भवती महिलाएं टीकाकरण कराएं, इसके लिए कई जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. महिला अस्पतालों में पिंक बूथ बनाए गए हैं. इस पर सिर्फ महिलाओं का ही टीकाकरण हो रहा है. ओपीडी में आने वाली गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है. लखनऊ में 91 अस्पतालों में टीकाकरण चल रहा है. बुधवार दोपहर दो बजे तक कुल 2485399 लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं. इसमें 1847625 ने वैक्सीन की पहली व 637774 ने दूसरी डोज लगवाई है. इसमें महिलाओं की संख्या 1086384 है. उसमें 2000 हजार गर्भवती हैं.
डेंगू मरीज अलग वार्ड में होंगे भर्ती
बारिश के मौसम में मलेरिया, डेंगू बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है. सभी अस्पतालों से डेंगू की जांच और इलाज की पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए गए हैं. इस समय डायरिया, कालरा और बुखार का प्रकोप चल रहा है. सीएमओ की टीम लगातार लोगों के घरों में डेंगू मच्छरों के लार्वा की जांच कर रही है. अब तक 500 से अधिक घरों में लार्वा मिल चुका है. इन्हें नोटिस जारी की गई है. सिविल अस्पताल में 17 बेड का डेंगू वार्ड तैयार कर लिया है. वहीं बलरामपुर अस्पताल में 30 बेड का डेंगू वार्ड बनाया जाएगा है.