लखनऊ: रक्षाबंधन के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका एक्सपर्ट्स ने जताई है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इसका असर 4 से 7 दिन में दिखेगा. वहीं सोमवार को राज्य को महीनों बाद बड़ी राहत मिली. शाम को जारी स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में लखनऊ समेत 70 जिलों में कोरोना का एक भी केस नहीं मिला है. सुबह आई रिपोर्ट में 10 केस की रिपोर्ट में तीन पुराने निकले. ऐसे में सिर्फ 7 नए मरीज ही दर्ज किए गए. मरीजों की यह संख्या छह माह बाद रही.
डेढ़ लाख टेस्ट, अब 362 एक्टिव केस
अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक रविवार को 24 घंटे में 1 लाख 53 हजार से अधिक सैम्पल टेस्ट किए गए. जिनमें 7 नए मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई है. पिछले 24 घंटों में 18 मरीज वायरस को हराने में कामयाब रहे. यूपी में देश में सर्वाधिक सात करोड़ 7 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 39.9 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. प्रदेश में केजीएमयू, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट किए जा रहे हैं. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस मिले हैं जबकि 90 फीसद से ज्यादा मामलों में डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. अब प्रदेश में कोरोना के 362 एक्टिव केस ही रह गए हैं.
प्रदेश के 70 जिलों में जहां कोरोना के शून्य केस रहे. वहीं 5 जनपदों में 7 मरीज पाए गए. इसमें गौतमबुद्ध नगर में एक, बरेली में एक, अयोध्या में एक, बलिया में एक, सहारनपुर में एक और सर्वाधिक 2 मरीज बुलंदशहर में पाए गए. अलीगढ़, हरदोई, कासगंज, महोबा, फर्रुखाबाद, संतकबीरनगर, शामली पहले से कोरोना मुक्त थे. वहीं अब मिर्जापुर औरैया, बदायूं, देवरिया, फतेहपुर और हमीरपुर भी कोरोना मुक्त हो गए हैं.
हर रोज घट-बढ़ रहे मरीज
प्रदेश में एक अगस्त को कोरोना के 36 नए मरीज मिले थे. दो अगस्त को 25, वहीं तीन अगस्त को 65 नए रोगी पाए गए. इसके अलावा 4 अगस्त को 61, 5 अगस्त को 34, 6 अगस्त को 41, 7 अगस्त को 28, 8 अगस्त को 58, 9 अगस्त को 23, 10 अगस्त को 20, 11 अगस्त को 27 और 12 अगस्त को 43 नए मरीज मिले. माह में सर्वाधिक मौतें 12 अगस्त को ही हुईं थी. 13 अगस्त को प्रदेश में 33 नए मरीज मिले. 14 अगस्त को 42, 15 अगस्त 72 नए मरीज पाए गए. 16 अगस्त को 17 नए मरीज मिले, 17 अगस्त को 27 मरीज मिले. 18 अगस्त को 29 नए केस मिले. 19 अगस्त को 26 केस रहे. वहीं 20 अगस्त को 26, 21 अगस्त को 19, 22 अगस्त को 19 व 23 अगस्त को 7 नए केस मिले हैं.
जिन राज्यों में साप्ताहिक संक्रमण दर 3 फीसद तक है, वहां से आने वाले लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य है. इसके अलावा यदि वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाणपत्र है तो जांच की जरूरत नहीं है. मगर, बाहर से आने पर सात दिन क्वारंटीन की सलाह दी गयी है. इसमें मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, महाराष्ट्र, गोवा, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, मिजोरम, केरल आदि शामिल हैं.
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 3 फीसद घटकर 2.61 रह गई है. इसके अलावा राज्य में पॉजिटीविटी रेट 0.04 से घटकर 0.01 फीसद रह गयी है. वहीं मृत्युदर अभी 1 फीसद पर बनी हुई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई.
30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 407 के करीब रह गयी. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.6 फीसद हो गई है. वहीं 2020 से अब तक कोरोना की कुल संक्रमण दर 2.68 फीसद रह गयी.
सवा छह लाख लोगों को लगी वैक्सीन की डोज
उत्तर प्रदेश में सोमवार को सवा लाख लोगों को वैक्सीन की डोज लगाई गई. यूपी में 4,686 केंद्र वैक्सीन लगाने के लिए बनाए गए हैं. इसमें से 4,573 सरकारी और 113 प्राइवेट केंद्र है.अब तक कुल 6 करोड़ 41 लाख 38 हजार 344 लोगों को वैक्सीन की डोज़ लगाई गई हैं. इसमें 5 करोड़ 39 लाख 42 हजार 388 पहली डोज रही. वहीं एक करोड़, एक लाख 95 हजार 956 दूसरी डोज लगाई गई.
लखनऊ में 16 महीने बाद नहीं मिला एक भी मरीज
राजधानी में कोरोना का पहला केस मार्च 2020 में रिपोर्ट किया गया था. वहीं पहली मौत अप्रैल 2020 में दर्ज की गई थी. अब तक 2 लाख 35 हजार 995 लोग वायरस को हराकर घर जा चुके हैं. वहीं 2 हजार 651 लोग मौत का शिकार हो गए हैं. वर्तमान में 26 एक्टिव केस रह गए हैं. वहीं 24 घण्टे में कोरोना का जनपद में कोई मरीज नहीं मिला. सीएमओ डॉ मनोज अग्रवाल के मुताबिक, 6 मई 2020 में लखनऊ में कोरोना का केस शून्य रहा था. अब 16 माह बाद एक भी मरीज लखनऊ में नहीं रिपोर्ट किया गया था.
जुग्गौर पीएचसी जिले में अव्वल
क्वालिटी एश्योरेंस में जुग्गौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) लखनऊ में अव्वल रही. कायाकल्प अवार्ड के तहत जुग्गौर पीएचसी को दो लाख रुपये का इनाम मिला है. सरोजनीनगर, खुजौली, बीकेटी के कुम्हरावां और गंगागंज पीएचसी को 50-50 हजार रुपये का सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया है. सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के मुताबिक, प्रदेश में कई वर्षों से क्वालिटी एश्योरेंस के अंतर्गत कायाकल्प पुरस्कार दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बक्शी का तालाब, इटौंजा, मोहनलालगंज, चिनहट , मलिहाबाद, सरोजनीनगर और शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिल्वर जुबली को वर्ष 2020-21 का कायाकल्प अवार्ड मिल चुका है.