लखनऊ: ड्राइविंग लाइसेंस में आवेदकों को हो रही असुविधा को समाप्त करने के लिए परिवहन विभाग प्रदेश भर के आरटीओ कार्यालयों में ड्राइविंग लाइसेंस का टाइम स्लॉट बढ़ाएगा. इसके लिए सभी आरटीओ कार्यालय के अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी है. टाइम स्लॉट बढ़ाए जाने पर जरूरत के अनुसार कंप्यूटर भी उपलब्ध कराए जाएंगे. इसी सप्ताह टाइम स्लॉट बढ़ा दिया जाएगा. लखनऊ आरटीओ कार्यालय में आवेदकों की संख्या बहुत ज्यादा है. इसलिए परिवहन विभाग ने पहले ही टाइम स्लॉट बढ़ा दिया था.
लॉकडाउन के कारण बढ़े आवेदन
कोरोना के चलते लॉकडाउन के दौरान परिवहन विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदन लेने बंद कर दिए थे. इसके बाद मंजूरी मिलने पर बड़ी संख्या में आवेदकों ने आवेदन कर दिए. इससे उन्हें महीनों बाद की डेट मिल रही थी. इससे आवेदक बहुत परेशान थे. परिवहन विभाग ने आवेदकों की समस्या को ध्यान में रखकर अब सभी आरटीओ कार्यालय में टाइम स्लॉट बढ़ाने का फैसला लिया है. इससे आवेदकों को अब लंबे समय तक डीएल के टाइम स्लॉट के लिए इंतजार नहीं करना होगा. परिवहन विभाग के इस कदम से लर्नर लाइसेंस, परमानेंट लाइसेंस और रिनुअल लाइसेंस आवेदकों को सहूलियत मिलेगी. परिवहन विभाग के आईटी सेल के एआरटीओ प्रभात पांडेय बताते हैं कि प्रदेश के सभी आरटीओ कार्यालय से आवेदकों की संख्या मंगा ली गई है. आरआई ने अपने-अपने कार्यालय में टाइम स्लॉट के साथ ही कम्प्यूटरों की पूरी जानकारी भेज दी है. अब जल्द ही टाइम स्लॉट बढ़ा दिए जाएंगे.
दो लाख से ज्यादा आवेदन लंबित
प्रदेश के आरटीओ कार्यालयों में टाइम स्लॉट की संख्या कम होने के चलते आवेदकों को कई महीने तक ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टाइम स्लॉट ही नहीं मिल रहा है. प्रदेश में दो लाख से ज्यादा आवेदक हैं. इन्हें टाइम स्लॉट के लिए भटकना पड़ रहा है. दो से तीन माह तक उन्हें डेट ही नहीं मिल पा रही है. टाइम स्लॉट बढ़ने से इस तरह की समस्या दूर हो जाएगी.
पूरी की जाएगी कंप्यूटरों की कमी
परिवहन विभाग मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि जिन आरटीओ कार्यालय में टाइम स्लॉट बढ़ाया जाएगा, वहां पर टेस्ट देने वाले आवेदकों की सुविधा के लिए कंप्यूटरों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी.