लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर के खलीलाबाद से पिछले दिनों यूपी एटीएस की टीम ने अजीजुल हक नाम के एक रोहिंग्या को पकड़ा था. उसके मोबाइल की जांच से कई राज भी सामने आए हैं. पूछताछ में बताया कि उसने कई रोहिंग्या को मदद पहुंचाई है और कमीशन लेकर घुसपैठ भी कराई है. पूछताछ की इन्हीं जानकारियों के आधार पर अब कई और जिलों में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो रही है. उत्तर प्रदेश में एक अंदाज के अनुसार, 3 हजार रोहिंग्या पहचान छिपाकर रह रहे हैं. टेरर फंडिंग और हवाला कारोबार से भी यह जुड़े हुए हैं.
यूपी में छिपे हैं 3 हजार रोहिंग्या
यूपी एटीएस की टीम ने पिछले दिनों कार्रवाई करते हुए संत कबीर नगर के खलीलाबाद क्षेत्र से रोहिंग्या अजीजुल हक को पकड़ा था. जिसके पास से दो पासपोर्ट समेत कई फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए. वह मूल रूप से म्यांमार का रहने वाला है, लेकिन पिछले 18 सालों से वह यहां पर रह रहा है. यही नहीं पूछताछ में उसने कई अहम राज भी खोले हैं. उसने बताया कि उस जैसे रोहिंग्या कई जनपदों में अड्डा जमाए हुए हैं. हवाला के जरिए कमीशन लेकर उसने कई रोहिंग्यायों की घुसपैठ भी कराई है. अजीजुल हक से मिली जानकारी के आधार पर एटीएस जल्द ही बड़ी कार्रवाई कर सकती है.
मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदेश के अलीगढ़, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, मेरठ के इलाकों में बड़ी संख्या में रोहिंग्या पहचान बदल कर रह रहे हैं. बताया जा रहा है कि, उत्तर प्रदेश में इस समय करीब 3 हजार से ज्यादा रोहिंग्या पहचान छिपाकर रह रहे हैं. यूपी एटीएस अजीजुल हक के साथ उसकी मदद करने वाले संविदा कर्मी अब्दुल मन्नान से भी पूछताछ कर रही है.