लखनऊ: राजधानी में शुक्रवार को कोरोना के चलते तीन लोगों की मृत्यु हो गई. वहीं 130 नए कोरोना संक्रमण मरीज पाए गए हैं. 203 कोरोना मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया.
राजधानी लखनऊ में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या कुल 2320 है. उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना के वजह से 17 लोगों की मौत हुई, वहीं 775 कोरोना के नए मामले सामने आए. वहीं 1008 कोरोना मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया. उत्तर प्रदेश में कुल 11535 कोरोना के सक्रिय मरीज हैं.
उत्तर प्रदेश में 2,50,34,039 जांच कराई गई
उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा कोविड-19 की जांच करने वाला प्रदेश बन गया है. उत्तर प्रदेश में अब तक ढाई करोड़ से भी अधिक कोरोना जांच कराई गई है. सरकारी आंकड़ों की मानें तो उत्तर प्रदेश में 2,50,34,039 सैंपल की जांच की गई. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण को लेकर सरकार बहुत गंभीर है. हमारा प्रयास है कि अधिक से अधिक जांच कर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
प्रदेश में वैक्सीनेशन को लेकर तैयारियां जोरों पर
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने कोविड वैक्सीन के आपातकाल प्रयोग की अनुमति दे दी है. जिसके बाद वैक्सीनेशन को लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में तैयारियां की जा रही हैं. 11 जनवरी को उत्तर प्रदेश में फाइनल ड्राई-रन किया जाएगा. ड्राई-रन पूरा होने और वैक्सीन मिलने के बाद उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर राजधानी लखनऊ तैयार है.
51 हजार स्वास्थ्य कर्मचारियों को लगेगा कोरोना टीका
पहले चरण के तहत राजधानी में 61 वैक्सीनेशन सेंटर पर विभिन्न सत्रों की मदद से 51 हजार स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोविड-19 का टीका लगाया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग में स्वास्थ्य कर्मचारियों की लिस्ट तैयार कर ली गई है, जिन्हें वैक्सीन लगाई जाएगी.
1 दिन में 17 हजार स्वास्थ्य कर्मचारियों को लगेगी वैक्सीन
राजधानी में वैक्सीनेशन के प्रभारी एमके सिंह ने बताया कि अनुमति मिलने के बाद 1 दिन में 17 हजार स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोविड-19 का टीका लगाया जाएगा. जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 3 दिन में प्रथम चरण के वैक्सीनेशन के कार्य को पूरा कर लिया जाएगा.