लखनऊ : आयुष दाखिलों में फर्जीवाड़े (fraud in Ayush admissions) की जांच कर रही एसटीएफ ने अब जांच तेज कर दी है. एसटीएफ ने तीन सदस्यीय टीम गठित की है जो 30 कॉलेजों के प्राचार्यों और मालिकों से पूछताछ कर पूरे मामले की तह तक जाएगी. इसके लिए टीम ने सवालों की एक लंबी सूची तैयार की है, जो प्राचार्यों और मालिकों से एसटीएफ मुख्यालय में अलग-अलग समय पर एक के बाद एक सवाल करेगी. जिसका जवाब इन सभी को देना होगा. इस पूछताछ में मिले जवाबों का भी एसटीएफ मिलान करेगी.
बता दें कि एसटीएफ की जांच में प्रदेश के 30 कॉलेजों में गड़बड़ी के साक्ष्य मिले हैं. इन सभी कॉलेजों के प्राचार्यों और मालिकों को पूछताछ के लिए नोटिस देकर एसटीएफ मुख्यालय बुलाया है. जहां पर अलग-अलग समय पर तीन सदस्यीय टीम पूछताछ करेगी. भेजे गए नोटिस में कौन-कौन से कागजात लाने हैं एसटीएफ ने उसे भी अंकित किया है. एसटीएफ को आयुष की तरफ से दिए गए दस्तावेजों की जांच के दौरान कई खामियां मिली थीं, जिसके बाद एसटीएफ ने इन सभी को नोटिस भेजा है.
किन कॉलेजों में मिलीं खामियां : एसटीएफ की अभी तक की जांच में लखनऊ के दो कॉलेज, फर्रुखाबाद का एक एटा का एक, मिर्जापुर के दो मेरठ का एक निजी कॉलेज, आजमगढ़, आगरा, सहारनपुर, वाराणसी का एक बांदा, झांसी, गाजीपुर का एक-एक निजी काॅलेज, गोंडा, अलीगढ़ के दो कॉलेजों व अन्य में खामियां मिली हैं.
आयुष निदेशालय में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की सीडीआर को कब्जे में लेकर एसटीएफ एक-एक फुटेज खंगाल रही है. साथ ही टीमें मिलान कर रही हैं कि निदेशालय में रोजाना कौन-कौन आता जाता था. साथ ही एक समय पर आने वालों की सूची भी तैयार की जा रही है, जिससे जल्द ही पूछताछ की जा सकती है. बताया जा रहा है कि एसटीएफ ने बीते मंगलवार को दोबारा राजकीय होम्योपैथिक कॉलेज पहुंचकर कुछ कागजात खंगाले हैं.
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