लखनऊ : जेल में अपराधियों की गैर कानूनी मुलाकात व सुविधा उपलब्ध कराने के मामले में जेल प्रशासन सख्त नजर आ रहा है. बीते दिनों जहां डीजी जेल एसएन साबत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर जेलों की व्यवस्थाओं को बेहतर करने के निर्देश दिए हैं, वहीं दूसरी ओर जेल प्रशासन की ओर से तीन जनपद के जेल अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इस कार्रवाई के तहत बरेली जेल, प्रयागराज व बांदा जेल के जेल अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है.
बरेली जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला, बांदा जेल के अधीक्षक अविनाश गौतम व नैनी जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह को सस्पेंड किया गया है. माना जा रहा है कि बरेली जेल में बंद अशरफ अहमद की गैरकानूनी मुलाकात के मामले में यह कार्रवाई की गई है. चर्चाएं हैं कि जेल प्रशासन की लापरवाही के चलते जेल में अशरफ गैर कानूनी मुलाकात में मदद पहुंचाई गई थी. इसी के साथ प्रयागराज व बांदा जेल के अधीक्षक को भी सस्पेंड कर दिया गया है. प्रयागराज की नैनी जेल में अतीक अहमद का बेटा अली बंद है. बरेली जेल में अतीक का भाई अशरफ बंद है. बांदा जेल में मुख्तार अंसारी बंद है. ऐसे में इन तीनों जेल के अधीक्षक पर की गई कार्यवाही से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इन तीनों जेल में बंद माफिया को मिलने वाली सहूलियतों के चलते शासन ने यह बड़ी कार्रवाई की है.
प्रदेश सरकार माफिया के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है. पिछले दिनों जहां मुख्तार अंसारी गैंग के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. मुख्तार अंसारी को पंजाब से बांदा जेल शिफ्ट किया गया था. मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी के खिलाफ भी कार्रवाई की गई. अब्बास अंसारी उसकी पत्नी के जेल में मिलने को लेकर कई सवाल खड़े हुए थे, जिसके बाद से कार्रवाई के कयास लगाए जा रहे थे. प्रयागराज में गोलीकांड के बाद अतीक के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है. ऐसे में अतीक और उसके सहयोगियों को जेल में मिलने वाली सुविधाओं को लेकर सरकार काफी सख्त दिखाई दे रही है.