लखनऊ: राजधानी लखनऊ में पुलिस अपराधियों के खिलाफ अभियान चला रही है. इसी के तहत पुलिस ने गोलीकांड के तीन आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार किया है. 27 नवंबर को जमीनी विवाद में दो पक्षों में जमकर फायरिंग हुई थी. इस दौरान गोली लगने से उमेश रावत नाम का युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था. उमेश के भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही थी. घटना पारा थाना क्षेत्र की है.
प्रभारी निरीक्षक त्रिलोकी सिंह ने बताया कि जमीन की बिक्री में पैसों को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था. इस दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के उमेश को तीन गोली मारी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. अशोक रावत ने मामले में सुशील रावत, दुर्गेश रावत, टिंकू रावत सहित तीन अज्ञात के खिलाफ उमेश की हत्या करने व परिजनों पर जानलेवा हमला करने का मुकदमा दर्ज कराया था.
इंस्पेक्टर ने बताया कि जांच में पता चला कि दोनों पक्षों में जमीन की बिक्री में पैसों का भुगतान नहीं होने के कारण विवाद हुआ था. इस दौरान उमेश को तीन गोली लगी थी, जबकि जगन्नाथ रावत व रामदुलारी के सिर में चोट लगी थी. वहीं दूसरे पक्ष के सुशील रावत को पैर में गोली लगी थी और बाएं हाथ में फैक्चर हो गया था. उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि सुनील रावत ने उमेश को गोली मारने के बाद अपने पैर में गोली मार ली थी.
पुलिस ने सुशील रावत की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त अवैध पिस्टल और टाटा सफारी बरामद की है. पुलिस ने सुनील रावत के भाई दुर्गेश रावत को भी गिरफ्तार किया है. सुशील रावत का केजीएमयू ट्रामा सेंटर में पुलिस अभिरक्षा में इलाज चल रहा है. वहीं घायल उमेश रावत की हालत स्थिर है. वहीं तीसरे आरोपी का अभी इलाज चल रहा है.