लखनऊ : नव संवत्सर की प्रथम बेला में सूर्य की पहली किरण के निकलने के साथ ही कला साधक सम्मान- 2021 रमा अरुण त्रिवेदी को दिया जाएगा. साथ ही पिछले साल यानि वर्ष-2020 का सम्मान पं. धर्मनाथ मिश्र को दिया जाएगा. यह जानकारी कार्यक्रम की आयोजन समिति के संयोजक उदयभानु सिंह ने दी.
मालूम हो कि पिछले साल लाॅक डाउन के चलते यह कार्यक्रम नहीं आयोजित हो सका था. इसलिए पिछले साल का सम्मान भी इस वर्ष दिया जाएगा. इस कार्यक्रम में शहर के संगीतज्ञ, साहित्यकार, समाजसेवी व अन्य विधा के लोग सम्मिलित होकर हिन्दी नववर्ष की प्रथम बेला में सूर्य को अर्घ्य प्रदान करते हैं.
कला साधकों को दिया जाता है सम्मान
संस्कार भारती, लखनऊ महानगर की अध्यक्ष एवं नवसंवत्सर महोत्सव समिति की सह-संयोजक डाॅ. पूनम श्रीवास्तव जो स्वयं भी वरिष्ठ शास्त्रीय गायिका हैं, ने बताया कि कला साधक सम्मान पिछले 13 सालों से संगीत कला की साधना में रत कला साधकों को दिया जाता रहा है.
इससे पहले यह सम्मान वरिष्ठ शास्त्रीय व लोकगायिका प्रो. कमला श्रीवास्तव, प्रसिद्ध तबलावादक शीतल प्रसाद मिश्र, कथकाचार्य डाॅ. पूर्णिमा पांडेय सहित अन्य संगीत के गुणीजनों को दिया जा चुका है.
इन कला कला साधकों को दिया जाएगा सम्मान
इस बार यह सम्मान रमा अरुण त्रिवेदी को दिया जाएगा. रमा जी एंकर, गायिका, निर्देशक, अभिनय कला से जुड़ी रहीं हैं. वर्तमान में वह लखनऊ दूरदर्शन केंद्र में कार्यक्रम प्रमुख के पद पर कार्यरत हैं. पं. धर्मनाथ मिश्रा उप शास्त्रीय गायक है.