लखनऊ. लखनऊ मंडल में प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना (Prime Minister Gati Shakti Yojana) गति पकड़ने लगी है. पूर्वाेत्तर रेलवे लखनऊ मंडल का तीसरा गति शक्ति टर्मिनल बख्शी का तालाब पर ऑटो टर्मिनल हब का निर्माण पूरा हो गया है. पूर्वाेत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की तरफ से प्रथम कंटेनर हैंडलिंग यूनिट नौतनवा में शुरू किया जा रहा है. गति शक्ति योजना के अंर्तगत इससे पहले दो गति शक्ति माल साइडिंग बनाई जा चुकी है. बक्शी का तालाब पूरे उत्तर प्रदेश में अपने तरीके का पहला रेल ऑटो हब बन गया है.
लखनऊ से सीतापुर रेलवे रूट का विस्तार होने के बाद बक्शी का तालाब (बीकेटी) अब व्यापारिक हब बन रहा है. बीकेटी रेलवे स्टेशन पर माल गाड़ियों का भी ठहराव होने लगा है. रेलवे ने व्यापार बढ़ाने के उद्देश्य से बीकेटी रेलवे स्टेशन से ऑटो हैंडलिंग टर्मिनल शुरू किया था. यहां से कंपनियां प्रदेश के जिलों के अपने डिस्ट्रीब्यूटर्स और डीलरों को कारें और दूसरे वाहन उपलब्ध कराने लगी है. बीकेटी से उत्तर प्रदेश के 100 किलोमीटर दायरे में आने वाले डीलर यहां से कारें ले जा रहे हैं. रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि बक्शी का तालाब को ऑटो हब बनाया जा रहा है, जहां से कई कंपनियां कारें और ट्रैक्टर अपने डिस्ट्रीब्यूटर्स को वितरित कर रही हैं.
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की मंडल रेल प्रबंधक डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने बताया कि रेलवे ने जो गति शक्ति योजना बनाई है उसमें विभिन्न विभाग शामिल होकर लॉजिस्टिक की साइकिल को इंप्रूव कर रहे हैं. लॉजिस्टिक की कास्ट को रिड्यूस करने के लिए प्रयास किया जा रहे हैं. इसके तहत पूरी भारतीय रेल का प्रथम ग्रीन फील्ड गति शक्ति कार्गो टर्मिनल गोरखपुर में हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड फर्टिलाइजर कंपनी स्थापित की जा चुकी है. ये भारतीय रेल की प्रथम ग्रीन फील्ड साइडिंग है. इसके बाद गोरखपुर के पास सहजनवा में भी साइडिंग खोली गई है. गति शक्ति के तहत बक्शी का तालाब में ऑटो हैंडलिंग फैसिलिटी शुरू की गई है. अब यहां स्टैकिंग के लिए भी व्यवस्था कर दी गई है. इसमें डबल डेकर के एक बार में 325 कोच आ जाते हैं, उनको उतार कर रखने का पूरा स्थान व्यवस्थित कर दिया गया है. बक्शी का तालाब उत्तर प्रदेश में अपने में पहला ऐसा ऑटो हब बन गया है.
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