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केजीएमयू में तीमारदारों की परेशानी होगी कम, जानिए क्या होगी नई व्यवस्था..

केजीएमयू में शव वाहन के लिए अब तीमारदारों को परेशान नहीं होना होगा. यहां के ट्रामा सेंटर से उन्हें न्यूनतम दर पर वाहन उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिए केजीएमयू ने दो वाहनों का इंतजाम किया है.

केजीएमयू
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Published : Oct 30, 2021, 7:26 PM IST

लखनऊ : केजीएमयू में शव वाहन के लिए अब तीमारदारों को परेशानी नहीं होगी. यहां के ट्राॅमा सेंटर से उन्हें न्यूनतम दर पर वाहन उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिए केजीएमयू ने दो वाहनों का इंतजाम किया हैं. यह वाहन ट्रामा सेंटर में मौजूद रहेंगे. ट्राॅमा सेंटर में एक काउंटर भी बनाया गया है जहां से वाहनों की बुकिंग की जा सकेगी.

ट्राॅमा सेंटर अथवा मुख्य परिसर में दम तोड़ने वाले मरीज के तीमारदार इस वाहन का प्रयोग कर सकेंगे. वाहन से लखनऊ शहर के विभिन्न इलाके में शव पहुंचाया जा सकेगा ट्राॅमा सेंटर के आस-पास निजी शव वाहन होने से कई तरह के विवाद की नौबत आती रही है. इस समस्या को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से यह व्यवस्था की गई है. कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. बिपिन पुरी ने मुख्य अधीक्षक एवं अधीक्षक कार्यालय की प्रशंसा की.

किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में स्तन कैंसर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित

यह आयोजन रेडियोथेरेपी और एंडोक्राइन सर्जरी विभाग द्वारा सम्मिलित रूप से किया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. बिपिन पुरी ने बताया कि स्तन कैंसर माहिलाओं में सामान्य है. यह अधिकतर 50 से 75 वर्ष की आयु की महिलाओं में होता है. परिवार में अगर किसी को पहले से कैंसर है तो बच्चों को भी यह कम उम्र में हो जाता है. शुरुआत में केवल सर्जरी से काम चल जाता है.

यह भी पढ़ेः केजीएमयू में बिना लाइन जांच शुल्क जमा करने पहुंचा तीमारदार कर्मचारियों से भिड़ा, तोड़फोड़

एंडोक्राइन सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आनंद मिश्रा ने बताया कि यह पुरुषों में भी हो सकता है. प्रति कुलपति प्रो. विनीत शर्मा ने जंक फूड्स से बचने और नियमित रूप से व्यायाम करने पर जोर दिया.

रेडियोथेरेपी से डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि स्तन कैंसर की हर श्रेणी का इलाज उपलब्ध है. इस कैंसर में रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी, सर्जरी, हार्मोनल थेरेपी दी जाती हैं. कैंसर कार्ड धारकों को यह सब सुविधा निशुल्क प्रदान की जाती है.

कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीप्ति और डॉ. शिउली द्वारा किया गया. कार्यक्रम में डॉ. शालिनी गुप्ता, डॉ. पूजा, डॉ. कुशाग्र, डॉ. गीतिका, डॉ. चंचल, डॉ. कुलरंजन, डॉ. मृणालिनी, डॉ. नीलम और छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.

लखनऊ : केजीएमयू में शव वाहन के लिए अब तीमारदारों को परेशानी नहीं होगी. यहां के ट्राॅमा सेंटर से उन्हें न्यूनतम दर पर वाहन उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिए केजीएमयू ने दो वाहनों का इंतजाम किया हैं. यह वाहन ट्रामा सेंटर में मौजूद रहेंगे. ट्राॅमा सेंटर में एक काउंटर भी बनाया गया है जहां से वाहनों की बुकिंग की जा सकेगी.

ट्राॅमा सेंटर अथवा मुख्य परिसर में दम तोड़ने वाले मरीज के तीमारदार इस वाहन का प्रयोग कर सकेंगे. वाहन से लखनऊ शहर के विभिन्न इलाके में शव पहुंचाया जा सकेगा ट्राॅमा सेंटर के आस-पास निजी शव वाहन होने से कई तरह के विवाद की नौबत आती रही है. इस समस्या को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से यह व्यवस्था की गई है. कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. बिपिन पुरी ने मुख्य अधीक्षक एवं अधीक्षक कार्यालय की प्रशंसा की.

किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में स्तन कैंसर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित

यह आयोजन रेडियोथेरेपी और एंडोक्राइन सर्जरी विभाग द्वारा सम्मिलित रूप से किया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. बिपिन पुरी ने बताया कि स्तन कैंसर माहिलाओं में सामान्य है. यह अधिकतर 50 से 75 वर्ष की आयु की महिलाओं में होता है. परिवार में अगर किसी को पहले से कैंसर है तो बच्चों को भी यह कम उम्र में हो जाता है. शुरुआत में केवल सर्जरी से काम चल जाता है.

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एंडोक्राइन सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आनंद मिश्रा ने बताया कि यह पुरुषों में भी हो सकता है. प्रति कुलपति प्रो. विनीत शर्मा ने जंक फूड्स से बचने और नियमित रूप से व्यायाम करने पर जोर दिया.

रेडियोथेरेपी से डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि स्तन कैंसर की हर श्रेणी का इलाज उपलब्ध है. इस कैंसर में रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी, सर्जरी, हार्मोनल थेरेपी दी जाती हैं. कैंसर कार्ड धारकों को यह सब सुविधा निशुल्क प्रदान की जाती है.

कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीप्ति और डॉ. शिउली द्वारा किया गया. कार्यक्रम में डॉ. शालिनी गुप्ता, डॉ. पूजा, डॉ. कुशाग्र, डॉ. गीतिका, डॉ. चंचल, डॉ. कुलरंजन, डॉ. मृणालिनी, डॉ. नीलम और छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.

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