लखनऊ: बिना जांच पड़ताल करेनौकरी देना, एक व्यापारी को उस समय महंगा पड़ गया, जब लगातार उसकी तिजोरी खाली होती जा रही थी और वह बर्बाद होता ही जा रहा था.जब शक की सुई नौकर की तरफ घूमी तो पता चला कि उसकी तिजोरी खाली करने वाला कोई और नहीं उसका वफादार नौकर ही है.
नाका कोतवाली के अंतर्गत आने वाले राजेंद्र नगरनिवासी व्यापारी तुषार अग्रवाल के घर उसका नौकर पिछले कई वर्षों से काम कर रहा था.लेकिन उसके घर की तिजोरी और लॉकर लगातार खाली होते ही जा रहे थे.कुछ भी समझ ना आने पर व्यापारी ने अपने नौकर पर संदेह व्यक्त करते हुए नाका कोतवाली में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया.इसके बाद पुलिस की छानबीन में पता चला कि उसका वफादार नौकर शिवम कश्यप पिछले कई दिनों से मौज मस्ती कर रहा है, जिस पर पुलिस ने उस नौकर को गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही पर ₹24000 नगद और ₹500000 के चांदी और सोने के जेवरात बरामद किए हैं.
एसएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि गहराई से पूछताछ करने पर युवक ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. उन्होंने बताया किव्यापारी ने नौकर पर पांचलाख रूपयेकी चोरी का आरोप लगाया था,लेकिन आरोपी नौकर की निशानदेही पर 24 लाख कैश नगद बरामद किए गए गए हैं जबकि पांचलाख के करीब सोने और चांदी के जेवरात मिले हैं.उन्होंने बताया कि आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस प्रशासन के बार-बार मना करने के बाद भी लोग कम पैसों की लालच में बिना जांच पड़ताल करेनौकर को अपने घर या दुकान पर रख लेते हैं.पैसे बचाने के चक्कर में यही दुकानदार या फिर मालिकों को आगे चलकर जीवन भर की कमाई के साथ-साथ अपनी जान भी गंवानी पड़ती है.