वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के भेलूपुर थाना अंतर्गत हरिश्चंद्र क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं ने हाथ में कटोरा लेकर भीख मांग कर प्रधानमंत्री का जन्मदिन मनाया. देश की गिरती अर्थव्यवस्था और बढ़ती बेरोजगारी, सरकारी संस्थाओं का निजीकरण और नौजवानों की बीच नौकरी की कमी को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने हरिश्चंद्र घाट के डोर टू डोर घूमकर प्रधानमंत्री के 70वें जन्मदिन को राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रुप में मनाया. विरोध प्रदर्शन में शामिल सपा नेता संजय प्रियदर्शी ने कहा कि आज हर मुद्दे पर मोदी सरकार फेल दिखती है. सरकार की दिशाहीन नीतियां, रातों-रात नोटबंदी, बिना किसी नीति के जीएसटी लागू कर दी गई, जिसका भुगतान आज देश की जनता और युवा कर रहे हैं.
प्रयागराज: वहीं प्रयागराज में तो ये विरोध प्रदर्शन और भी अजीबो गरीब ढ़ग से किया गया, प्रयागराज में बीच चैराहे पर सपा कार्यकर्ताओं ने सीएम का बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया गया, जिसके बाद पुलिस ने कई सपा कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार कर लिया.
सपा कार्यकर्ताओं ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर सुभाष चौराहे पर बुद्धि शुद्धि यज्ञ करने का प्रयास किया लेकिन जैसे ही यज्ञ शुरु किया, पुलिस ने पहुंच कर यज्ञ करने से रोक दिया और नोकझोंक के बाद कार्यकर्ताओं को गिरिफ्तार कर लिया. गिरिफ्तार हुये कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार निजीकरण करना चाहती है. लेकिन सपा कार्यकर्ता ऐसा नही होने देंगे. मोदी जी को जगाने के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया गया कि मोदी जी पहले तो बेरोजगारों को रोजगार दें ताकि युवा भुखमरी के कगार पर न जाने पाए.
मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में भी समाजवादी छात्र सभा के छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस के रुप में मनाया. समाजवादी छात्र सभा के छात्रों ने आज कचहरी स्थित जिला अधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर सरकार द्वारा 5 वर्ष तक संविदा को लेकर बनाए जा रहे नियमों पर सरकार विरोधी नारे लगा कर अपना रोष प्रकट किया है. छात्रों ने महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन जिला अधिकारी कार्यालय को सौंपा. समाजवादी छात्र सभा के छात्रों ने मिलकर योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं 5 वर्ष तक संविदा पर कार्य करने के बनाए गए कानून का विरोध करते हुए इस काला कानून को समाप्त करने की मांग की है. समाजवादी छात्र महासभा के छात्र नेता मोहम्मद यूसुफ गौर का कहना है कि 5 साल तक संविदा पर कार्य के बाद यदि अधिकारी उनके कार्य से संतुष्ट होगें तभी उनको सरकारी नौकरी मिलेगी लेकिन हम सभी छात्र इसका विरोध करते हैं.