लखनऊ: लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन घाटे में चल रही है. घाटे पर चलने की वजह मेट्रो रूट पर चलने वाले टेंपो और ऑटो हैं. ऐसे में मेट्रो को घाटे से फायदे के ट्रैक पर लाने के लिए जिला प्रशासन के साथ ही अब आरटीओ ने भी प्लान तैयार कर लिया है. जल्द ही 11 मेट्रो रूटों से सैकड़ों टेंपो और ऑटो हटा लिए जाएंगे. इससे मेट्रो का घाटा कम हो सकेगा. वहीं इन टेंपो को मेट्रो से अलग रूटों पर संचालित कराया जाएगा, जिससे ऑटो और टेंपो चालकों को भी नुकसान न हो. आरटीओ लखनऊ ने पूरा प्लान तैयार कर लिया है. जल्द ही इस पर एक्शन भी शुरू हो जाएगा.
मेट्रो रूट होंगे विभाजित -
- शहर के 11 ऐसे मेट्रो रूट हैं, जिनके साथ-साथ टेंपो का संचालन हो रहा है.
- इन सभी रूटों पर से टेंपो हटाने की तैयारी की जा रही है, जिससे मेट्रो को घाटा न हो.
- इन 11 रूटों में से पांच ऐसे रूट हैं, जो कम से कम दो मेट्रो स्टेशनों को प्रभावित करते हैं.
- दो रूटों से कुछ ज्यादा ही नुकसान मेट्रो को होता है, जिसके कारण यह फैसला लिया जा रहा है.
- यह रूट करीब छह किलोमीटर तक के दो स्टेशनों को टच करता है.
- इस रूट को दो रूटों में विभाजित करने का प्लान किया जा रहा है.
- पहला अमौसी से सोहरामऊ के लिए और फिर दूसरा आलमबाग से राजाजीपुरम के लिए.
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बता दें कि जिला प्रशासन के साथ पहले चार बैठकें हो चुकी हैं, जिनमें मेट्रो रूट से ऑटो-टेंपो हटाने की बात बार-बार कही गई है. हालांकि इस पर अब तक फैसला नहीं हो पाया है. बैठक फिर होनी थी, लेकिन किसी कारण निरस्त हो गई. ऐसे में जल्द ही जब अगली बैठक होगी तो इसमें मेट्रो रूट से टेंपो-टैक्सी हटाने पर मुहर लगेगी. इसके बाद मेट्रो रूट से टेंपो का संचालन बंद कराया जाएगा.