लखनऊ: कोटा में कोचिंग करने वाले विद्यार्थियों को लखनऊ में रहने के दौरान हर रोज अपना हाल-चाल शिक्षकों को बताना होगा. प्रदेश सरकार ने सभी विद्यार्थियों का हाल-चाल लेने की जिम्मेदारी शिक्षकों को सौंपी है. राजधानी में 30 शिक्षकों को इस काम में लगाया गया है.
जिला विद्यालय निरीक्षक ने जारी किए आदेश
जिला विद्यालय निरीक्षक लखनऊ मुकेश कुमार सिंह की ओर से शुक्रवार को एक आदेश जारी किया गया. जारी आदेश के तहत विभिन्न राजकीय विद्यालयों के शिक्षकों के नाम और फोन नंबर सूची संलग्न की गई. इन सभी शिक्षकों से अपेक्षा की गई है कि वह कोटा से लाए गए लगभग 400 विद्यार्थियों के होम क्वॉरंटाइन रहने के दौरान उनके पल-पल की जानकारी लेते रहेंगे.
रोजाना विद्यार्थियों से करनी होगी बात
इन शिक्षकों को सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों और विद्यार्थियों से रोज बातचीत करनी होगी. बातचीत करने के दौरान शिक्षकों को यह पता करना होगा कि विद्यार्थियों में किसी को बुखार, खांसी जुकाम अथवा सांस लेने में परेशानी तो नहीं है. अगर ऐसी कोई जानकारी है तो उसकी तत्काल सूचना जिला प्रशासन को और शिक्षा विभाग को देनी होगी.
एक अध्यापक पर 14 बच्चों की जिम्मेदारी
सामान्य तौर पर शिक्षकों को हर रोज एक रिपोर्ट जिला विद्यालय निरीक्षक को देनी होगी. होम क्वॉरंटाइन के सभी विद्यार्थियों से वार्ता करने के लिए जिन 30 शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, उन्हें 14-14 विद्यार्थियों के नाम, पते और मोबाइल की सूची सौंपी गई है. एक शिक्षक को हर रोज 14 विद्यार्थी से यह जानकारी हासिल करनी होगी. साथ ही पहले से निर्धारित प्रारूप पर दर्ज कर जिला विद्यालय निरीक्षक को उपलब्ध कराना होगा.